कवन सो काज कठिन जग माहीं, जो नहिं होइ तात तुम पाहीं से गूंजा नीम करौली धाम

फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। चिंतामणी पाठ समित ने जेष्ठ माह हनुमान की उपासना का विशेष महीना है। समिति ने प्राचीन मंदिर बाबा नीम करोली की तपो भूमि पर सुन्दर काण्ड का पाठ नीम करौली धाम पर किया। विश्व शान्ति एवं देश के कल्याण की कामना की। अध्यक्ष बृज किशोर सिंह किशोर ने बताया हनुमान जी अष्ट सिद्धि नवनिधी के दाता है। उनकी उपासना से प्रत्येक व्यक्ति को सिद्धि मिल सकती है। उनका महामंत्र राम नाम का जाप है। बाबा की उपासना से ऐसा कौन सा कार्य है जो नहीं हो सकता। उनकी उपासना से सभी कार्य सिद्ध हो जाते हैं। बाबा नीम करोली धाम तो वैसे ही तपोभूमि है। यहां पर बाबा ने बरसों साधना की वर्तमान में यह शक्तिपीठ बन गया है। जब जाममन्त जी ने हनुमान जी से कहा कवन सो काज कठिन जग माही, जो नहिं होइ तात तुम पाहीं। भावार्थ-इस संसार में ऐसा कोई सा कार्य है जो तुम नहीं कर सकते। हनुमान तुम्हारा तो अवतार ही श्री राम के कार्य सिद्धि के लिए हुआ है। इतना सुनते ही हनुमान जी अपने शरीर का आकार पर्वत के समान बढ़ा लिया और एक ही छलांग में समुद्र को पार कर गए। हनुमान जी की उपासना में नगर के अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने जेष्ठ मास के हनुमान की उपासना में उपस्थित होकरअपनी मनोकामनाओं की अर्जी लगाई। मंदिर के महंत त्यागी पण्डित भानू प्रकाश शुक्ला, लखन वाजपेई ने सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होने का आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर अशोक वर्मा, वीना वर्मा, आदेश अवस्थी, विकेश गुप्ता, अजीत वर्मा, कमलेश दीक्षित, प्रशांत सिंह, घनश्याम बाजपेई, अनूप मिश्रा, अनुपम त्रिपाठी, संदीप वर्मा, फूल सिंह, अनुराग पाण्डेय, रविंद्र भदोरिया, चन्दन शुक्ला, नीतेश वर्मा, अभय मिश्रा, पवन गुप्ता आदि भक्तों ने पाठ किया। महा आरती एवं प्रसाद वितरण के बाद भंडारे का आयोजन किया गया। भंडारा एवं प्रसाद की व्यवस्था उत्तम चन्द्र वर्मा, नवीन कौशल ने संभाली।

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