डीएम व एसपी ने मतदान केंद्रों व विद्यालयों का किया निरीक्षण

कई शिक्षक भी हल नहीं कर पाए जिलाधिकारी द्वारा पूछे गए सवाल
बीएसए को शिक्षकों की शैक्षिक गुणवत्ता का परीक्षण कराने के दिये आदेश
मिड-डे-मील भोजन को चखकर परखी गुणवत्ता, की प्रशंसा
शमशाबाद, समृद्धि न्यूज। आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर जिलाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक ने शमशाबाद क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों में बूथों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान खामियां पाए जाने पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियों से व्यवस्थाएं दुरुस्त कराए जाने के आदेश दिए। आगामी लोकसभा का चुनाव करीब आ रहा। चुनाव शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो इसके इसके लिए शासन प्रशासन द्वारा आवश्यक करवाई जारी है। इसी के चलते बुधवार को जिलाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक द्वारा शमशाबाद नगर में स्थित विभिन्न स्कूलों में बनाए गए बूथों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कहीं बूथों पर बिजली की समस्याएं रही, तो कहीं पंखा नजर नहीं आए। इसके साथ ही जिलाधिकारी को और भी तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ा। जिलाधिकारी ने संबंधित विभागीय अधिकारियों तथा विद्यालय के प्रबंधकों प्रधानाचार्य से नाराजगी जताकर व्यवस्थाएं दुरुस्त कराए जाने के आदेश दिए। शमशाबाद नगर में स्थित जूनियर हाईस्कूल का जिलाधिकारी द्वारा निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में जिलाधिकारी ने कक्षा 8 के छात्र से कुछ सवालों को पूछा। जिस पर छात्र बंगलें झांकने लगे। उन्होंने विद्यालय के शिक्षकों से भी पूछा, लेकिन शिक्षक भी नहीं बता पाए। जिस पर जिला अधिकारी ने नाराजगी जताते हुए शिक्षकों की क्लास लगाई। साथ ही जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से विद्यालय का निरीक्षण कर शिक्षा के स्तर में सुधार एवं शिक्षकों की भी शैक्षिक गुणवत्ता का परीक्षण कराए जाने के आदेश दिए।
प्राथमिक विद्यालय में भी पढऩे वाले छात्र-छात्राओं से जिलाधिकारी ने शिक्षा के साथ ही साथ मिड-डे-मील के संबंध में जानकारी की। डीएम तथा एसपी ने एक ही प्लेट में मिड-डे-मील भोजन का स्वाद चखा। शिक्षण व्यवस्था के साथ-साथ मिड-डे-मील ठीक पाए जाने पर जिलाधिकारी ने विद्यालय की प्रशंसा की। उधर चंद्र कुमारी ज्वाला शंकर रायजादा बालिका इंटर कॉलेज शमशाबाद में भी बूथों के साथ-साथ शिक्षा व्यवस्था का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कहीं कमरों में पंखे नहीं थे, तो कहीं लाइट की व्यवस्था नहीं थी। जिस पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए विद्यालय के मैनेजमेंट से तत्काल व्यवस्थाएं सही कराए जाने के आदेश दिए। शिक्षण कार्य में भी अनियमिताएं पाई गईं। कक्षा 6 की एक छात्रा की किताब से एक सवाल पूछा मैं स्वेटर विनती हूँ इस सवाल का छात्राएं अंग्रेजी में अनुवाद नहीं कर सकीं। जिस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताकर उक्त विषय से संबंधित शिक्षका से जानकारी की। शिक्षिका भी संतोष जनक जवाब नहीं दे सकी। इस इस पर जिलाधिकारी ने प्रधानाचार्य को कड़ी फटकार लगाते हुए शिक्षा का स्तर सुधारने तथा शिक्षिका का शिक्षा से संबंधित परीक्षण कराने की बात कही। जिलाधिकारी द्वारा तीनों विद्यालय में पढऩे वाले छात्र-छात्राओं से सामान्य ज्ञान के संबंध में जानकारी की, तो छात्र छात्राएं बंगलें झांकते नजर आए। जिलाधिकारी द्वारा जब एक छात्रा से पूछा गया कि आपके जिले का नाम क्या है, तो अधिकांश छात्रों का कहना था शमशाबाद, तो किसी ने प्रदेश सही बताया, तो कोई तहसील सही नही बता पाया। कुल मिलाकर जिलाधिकारी को निरीक्षण में बूथों के साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी खामियां ही खामियां मिलीं। जिसके लेकर उन्होंने कड़ी नाराजगी जताते हुए विभागीय अधिकारियों से शिक्षा का स्तर सुधारने की नसीहत देकर जिला बेसिक शिक्षाधिकारी से शिक्षकों की शैक्षिक गुणवत्ता की जांच कराने की बात कही। उन्होंने कहा यदि शिक्षक शिक्षा संबंधी जानकारी के टेस्ट में पास नहीं होता तो आवश्यक कार्रवाई की जाए। साथ ही जिलाधिकारी ने एबी इंटर कॉलेज शमशाबाद का भी निरीक्षण किया। सबसे बड़ी बात यह रही निरीक्षण के दौरान विभिन्न बूथों पर अव्यवस्थाएं मिलीं, तो कहीं शिक्षा के क्षेत्र में खामियां मिलीं। जिसको लेकर जिलाधिकारी का पारा चढ़ा नजर आया। हालांकि निरीक्षण की कार्रवाई के दौरान जहां एक ओर पुलिस विभाग में हडक़ंप रहा, वहीं दूसरी ओर शिक्षकों में भी हडक़ंप रहा।

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