प्रयागराज सीमा पर लगा 20 किलोमीटर जाम, नहीं मिल रही एंट्री, लोग भूख प्यास से तड़प रहे, गांव वालों ने शुरु किया भण्डारा

महाकुंभ में भीड़ रोकने का अनूठा तरीका! 100 किमी पहले से रोकी जा रही गाड़ियां, सड़कों पर लगा 20 किमी लंबा महाजाम महाकुंभ में भारी भीड़ पहुंच चुकी है. रह-रहकर हालात बेकाबू हो जा रहे हैं. मंगलवार-बुधवार की रात ही यहां भगदड़ की वजह से 30 लोगों की मौत हो गई है. हालात को देखते हुए अब लोगों को प्रयागराज पहुंचने से रोका जा रहा है. इसके लिए प्रयागराज की ओर जाने वाली सभी सड़कों पर 100 सवा सौ किमी पहले से ही बैरियर लगाए गए हैं. लखनऊ-प्रयागराज नेशनल हाईवे समेत कई प्रमुख रास्तों को तो सीमावर्ती जिलों में ही पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया है.श्रद्धालुओं को जगह-जगह बनाए गए होल्डिंग एरिया में रोक दिया गया है.ऐसे में इन सभी बैरियर पर 15 से 20 किमी तक लंबा जाम लग गया है. इस जाम में लाखों लोग फंस कर रह गए हैं. बड़ी बात यह कि लोगों को कब आगे बढ़ने दिया जाएगा, इसकी जानकारी कोई नहीं दे रहा है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक प्रयाराज से सटे 8 जिलों के बॉर्डर पर इस तरह के बैरियर लगाए गए हैं.इन सभी बैरियर पर इस समय ढाई लाख से अधिक वाहन फंसे हैं.

होल्डिंग एरिया में रोके जा रहे श्रद्धालु

रायबरेली जिले से मिली रिपोर्ट के मुताबिक हरदोई, शाहजहांपुर, बरेली, सीतापुर, लखीपुर आदि जिलों से मौनी अमावस्या पर महाकुंभ जाने के लिए करीब एक लाख से अधिक लोग अपने वाहनों से निकले हैं. इन सभी लोगों को होल्डिंग एरिया में रोका गया है. इन सभी श्रद्धालुओं को फिलहाल बछरावां, हरचंदपुर, मिल एरिया, कोतवाली नगर, जगतपुर, ऊंचाहार में ठहराया गया है.उधर, प्रतागपढ़ से सलोन के रास्ते जाने वाले श्रद्धालुओं को सलोन में ही रोक दिया गया है.

बरगढ़ बॉर्डर से भरतकूप तक जाम

कानपुर से आने वाले श्रद्धालुओं को डलमऊ में रोक दिया गया है. इन दोनों स्थानों पर रोके गए श्रद्धालुओं की संख्या करीब एक लाख हो सकती है. इसी प्रकार चित्रकूट की तरफ से आने वाले वाहनों को भी रोका गया है. इसकी वजह से बरगढ़ बॉर्डर से लेकर भरतकूप तक करीब 30 हजार से अधिक वाहन जाम में फंसे हैं. इसी प्रकार झांसी-मीरजापुर हाईवे और कर्वी-राजापुर हाईवे से भी वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है.

भूख प्यास से परेशान हो रहे लोग

किसी भी होल्डिंग एरिया में न तो पेयजल की व्यवस्था है और ना ही शौचालय की. ऐसे हालात में लोग भूख प्यास से तड़प रहे हैं. कई जगह गांव के लोगों ने अपने स्तर पर श्रद्धालुओं के लिए भंडारा शुरू किया है तो कई स्थानों पर लोग खेतों से आलू और उपले लेकर खुद ही लिट्टी चोखा सेंकते नजर आ रहे हैं. श्रद्धालुओं के मुताबिक उन्होंने प्रशासन से कई बार पूछने की कोशिश की है कि उन्हें आगे कब जाने दिया जाएगा, लेकिन कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है.

थम गए ट्रेनों के पहिए

प्रयागराज में भीड़ कंट्रोल करने के लिए कई ट्रेनों को भी रोक दिया गया है. झांसी-मानिकपुर रूट पर दो मेला स्पेशल समेत तीन ट्रेनों को रोक दिया गया है. यह तीनों ट्रेनें रात से ही खड़ी हैं. इनमें ग्वालियर से चलकर वाराणसी जाने वाली बुंदेलखंड एक्सप्रेस भी शामिल है. इसी प्रकार मुंबई-प्रयागराज रूट और वाराणसी प्रयागराज रूट में भी कई ट्रेनों को अलग अलग स्टेशनों पर रोका गया है.

यूपी रीवा बार्डर पर 20 किलोमीटर जाम

 प्रयागराज में बढ़ती भीड़ की वजह से बुधवार को रीवा प्रयागराज नेशनल हाइवे में लंबा जाम लग गया और वाहनों की लंबी कतारें लग गई. मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात महाकुंभ में भगदड़ मची थी, जिसके चलते करीब 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई. इसी के चलते भीड़ को कम करने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश प्रशासन ने वाहनों की अवाजाही पर कुछ समय के लिए रोक लगाई है. जहां रीवा-यूपी बार्डर पर भी यह रोक लगाई गई है.

एमपी यूपी बॉर्डर पर चाकघाट में फंसे लाखों श्रद्धालु

दरअसल, प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में करोड़ों श्रद्धालु देश के कोने-कोने से आस्था की डुबकी लगाने के लिए प्रयागराज पहुंच रहे है. हर दिन लाखों श्रद्धालुओं का आगमन प्रयागराज के लिए हो रहा है. इसी तरह हजारों श्रद्धालु हर दिन रीवा चाकघाट नेशनल हाईवे से होकर प्रयागराज जा रहे हैं, लेकिन इसी बीच रीवा चाकघाट से होकर प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालुओं को अचानक रोक दिया गया है. जिसके चलते रीवा के चाकघाट बॉर्डर और एमपी यूपी तक 20 किलोमीटर से भी ज्यादा लंबा जाम लग गया है. हजारों वाहनों के पहिए रास्ते में ही थम गए हैं और लाखों की संख्या में श्रद्धालु बीच रास्ते में फंस गए हैं.

सीएम मोहन यादव ने की श्रृद्धालुओं से अपील

प्रयागराज महाकुंभ: आज मौनी अमावस्या के महापर्व पर तीर्थराज प्रयाग में देश-विदेश से पधारे करोड़ों श्रद्धालु पवित्र स्नान करने पहुंच रहे हैं। स्नान पर्व को दृष्टिगत रखते हुए रीवा जिले अंतर्गत मध्यप्रदेश-उत्तरप्रदेश की सीमा पर श्रद्धालुओं के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। प्रयागराज में भीड़ अधिक होने के कारण आज रीवा जिले के चाकघाट थाना अंतर्गत सीमा पर हजारों श्रद्धालुओं के वाहन सीमा पर रुके हुए हैं। हमारे पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी मौके पर मौजूद हैं, जो वहां सभी श्रद्धालुओं के खाने-पीने से लेकर ठहरने की समुचित व्यवस्था का ध्यान रख रहे हैं, साथ ही स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों के लिए डॉक्टरों की टीम को भी मौके पर उपलब्ध कराया गया है।

मैं सभी श्रद्धालुओं से अपील करता हूं कि प्रशासन के दिशा निर्देशों का पालन करें एवं संयम बनाए रखें।

पूरे घटनाक्रम में प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री मोहान यादव की नजरें टिकी हुई है. उन्होंने सोशल मीडिया X पर पोस्ट कर श्रद्धालुओं से संयम रखने की अपील की है. सीएम ने ट्वीट करते हुए कहा है कि “आज मौनी अमावस्या के मौके पर तीर्थराज प्रयागराज में देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु पवित्र स्नान करने पहुंच रहे हैं. प्रयागराज में भीड़ अधिक होने के कारण रीवा जिले के चाकघाट थाना अंर्तगत सीमा पर हजारों श्रद्धालुओं के वहान रोके गए हैं.

अखिलेश यादव ने स्थानीय लोगों से की ये अपील

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने स्थानीय लोगों से जाम में फंसे यात्रियों की मदद की अपील की है। अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, “हम उत्तर प्रदेश की दयालु जनता और स्वयंसेवी संस्थाओं से आग्रह करते हैं कि वो अपने गाँव-बस्ती-शहर में जाम में फँसे श्रद्धालुओं के लिए भोजन-पानी की व्यवस्था करें। सरकार को इस तरह के बड़े प्रबंधन के लिए स्वयं तैयार रहना चाहिए था लेकिन न तो सरकार अब ऐसा कर सकती है और न ही उनकी तरफ़ से ऐसा करने की कोई संभावना दिख रही है। ऐसे गंभीर हालातों में श्रद्धालुओं की सेवा करना भी महाकुंभ के पुण्य से कम नहीं है।“

उन्होंने आगे लिखा, “हम सबको अपनी-अपनी सामर्थ्य और क्षमता के अनुरूप आगे आकर जन-सेवा के इस महायज्ञ में शांतिपूर्वक अनाम सहयोग करना चाहिए।“

 

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