फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। बद्री विशाल डिग्री कॉलेज में दिन दहाड़े सन 2000 में छात्र नेता अखंड प्रताप सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मामले में उनके बड़े भाई रावेंद्र सिंह राठौड़ ने देवेंद्र यादव और योगेंद्र यादव निवासी लोको कॉलोनी व दो अन्य आरोपियों के खिलाफ कोतवाली फर्रुखाबाद में हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। रावेंद्र अपने भाई की हत्या में नामदर्ज आरोपियों के खिलाफ लगातार पैरवी कर रहे थे। 2015 में एक्सीडेंट में घायल होने के बाद मुकदमे की पैरवी नहीं कर पाए। 2020 में स्वास्थ्य सही होने पर पुन: उच्च न्यायालय में पैरवी शुरू की। जिससे नाराज होकर आरोपियों ने 2020 में रावेंद्र का अपहरण कर लिया। उनके पुत्र से रंगदारी वसूल की। तब से पीडि़त काफी भयभीत है। सरकार माफिया के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत कार्रवाई अमल में लायी गई और अखण्ड प्रताप हत्याकाण्ड हत्यारोपी देवेन्द्र एक अन्य मामले में जेल में निरुद्ध है।
पीडि़त 3 फरवरी 2020 को अपने घर से पुत्र कीर्तिवर्धन के साथ बाइक से जा रहा था। तभी सेंट्रल जेल चौराहे से फतेहगढ़ जाते समय एक कोल्ड स्टोरेज से पहले एक सफेद रंग की बड़ी गाड़ी से देवेंद्र व उसका भाई योगेंद्र यादव, आर्यन यादव, पवन कटियार व एक अज्ञात आया। पीडि़त की बाइक को रोक कर गाड़ी में बैठा लिया। बेटे को धमकाया कि तेरा चाचा तो मार दिया तेरा बाप भी नहीं रहेगा। बाप को बचाना चाहता है तो अपील की फाइल और जो खर्च तेरे बाप ने करवाया है। उसका 200000 लेकर मेरे घर आना।
अपने पिता को छुड़वाने के लिए 130000 रुपए दिये तब कहीं जाकर छोड़ा। पीडि़त की शिकायत पर पुलिस ने पांच लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है। कोतवाल फतेहगढ़ सत्य प्रकाश ने बताया कि अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है, विवेचना की जारी है।
अखंड प्रताप हत्याकांड में न्याय की उम्मीद जागी, हत्यारोपित भाइयों सहित पांच के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज
