ईश्वर की आराधना करने वाला मनुष्य जीवन में कभी फेल नहीं होता: चन्द्रदेव शास्त्री

 मनुष्य कभी धर्मनिरपेक्ष नहीं होता, धर्मनिरपेक्ष तो पशु होता है: पं0 प्रदीप शास्त्री
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। आर्य समाज के वार्षिकोत्सव में प्रात:काल यज्ञ किया गया। यज्ञोपरान्त आचार्य चन्द्रदेव शास्त्री ने कहा कि परमपिता परमात्मा ने हमारा शरीर साधन के रूप में दिया है। जीवात्मा रूपी साधक, शरीर रूपी साधन के द्वारा ईश्वर साध्य को प्राप्त करता है। जिसके पास जो वस्तु होती है उससे वही वस्तु प्राप्त होती है। कपड़े की दुकान पर राशन नहीं मिलता, राशन की दुकान पर कपड़े नहीं मिलते। ऐसे ही ईश्वर से हमें वो मांगना चाहिए जो ईश्वर के पास हो, ईश्वर के पास ऐश्वर्य और आनन्द है, यदि हमें प्रार्थना करनी है तो ऐश्वर्य और आनन्द प्राप्ति की ईश्वर से प्रार्थना करनी चाहिए। मनुष्य के हर प्रश्न का उत्तर ईश्वर के पास है, यदि आप समस्या से परेशान हैं और चाहते हैं कि इस समस्या का समाधान मिले तो शास्त्रकार कहते हैं। समाधानं समाधि अर्थात प्रत्येक समस्या का समाधान समाधि है। एक योगी जब यम, नियम, आसान प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान के द्वारा समाधिस्थ होता है तब हर समस्या का समाधान खोज लेता है। जीवन की समस्याओं का समाधान ईश्वर के पास है और ईश्वर की प्राप्ति बिना अष्टाङ्ग योग के सम्भव नहीं है। किसी कवि ने कहा कि हर जगह मौजूद है पर नजर आता नहीं। योग साधन के बिना परमात्मा पाता नहीं।। ईश्वर के पास रहने वाला मनुष्य जीवन में कभी फेल नहीं होता। फरीदाबाद से आये पण्डित प्रदीप शास्त्री ने कहा कि जीवन के मर्म को जानने के लिए धर्म की आवश्यता है। धर्म धन के सामने संसार के सारे धन फीके हैं। मनुष्य कभी धर्मनिरपेक्ष नहीं होता, धर्मनिरपेक्ष तो पशु होता है। यदि मनुष्य जीवन में धर्म न हो तो वह पशु के समान होता है, इसलिए धर्म रूपी धन का संचय प्रत्येक मनुष्य का प्रथम कर्तव्य है। किरन आर्या, उदिता आर्या एवं विद्या आर्या ने ऋषि महिमा एवं समाज सुधार के भजनों द्वारा सन्मार्ग में चलने के लिए प्रेरणा दी। डॉ0 शिवराम आर्य ने बताया कि ऋषि दयानन्द के अनेकों उपकार हैं जिन्हें भुलाया नहीं जा सकता। संचालन स्वामी महेन्द्रानंद ने किया। आचार्य ओमदेव ने ईश्वर की भक्ति की शक्ति के बारे में बताया। इस दौरान जितेन्द्र वर्मा, उत्कर्ष आर्य, उदयराज आर्य, मुन्नालाल आर्य, रामप्रकाश वर्मा, सुरेश यादव, रेनू आर्या, हरिओम आर्य, संदीप आर्य, इन्दु मिश्रा आदि उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *