वकीलों की सुरक्षा के प्रति गंभीर नहीं प्रशासन
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। सदर तहसील के अधिवक्ताओं की बैठक में एक बार फिर वकीलों की सुरक्षा का मुद्दा गर्म रहा। वकीलों ने कहा सदर तहसील में चौकी खोले जाने की मांग को पुलिस कप्तान ने उनकी मंाग को ठण्डे बस्ते में डाल दिया है। रजिस्ट्री कार्यालय बेहद संवेदनशील स्थान होता है, अक्सर लोग अराजकतत्वों के साथ आकर वकीलों से भिड़ जाते हैं। अधिवक्ताओं के बिस्तर से लाखों रुपयों की चोरी की घटनाएं भी हो चुकी हैं। वकीलों ने सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने की भी मांग की है। साथ ही सम्पूर्ण समाधान दिवस सदर तहसील में ही आयोजित किए जाने की मांग भी प्रशासन से की गयी है।
बीते दिनों कुछ लोग वरिष्ठ अधिवक्ता अनुराग तिवारी के बस्ते पर आए और आते ही ऊंचे स्वर में बोले आपने 2023 में बैनामा कैसे लिख दिया। दो-तीन लोग व एक महिला को लेकर आए लोग अधिवक्ता से भिड़ गये और गाली-गलौज करने लगे। इस पर आसपास के लोग दौड़े और अराजकतत्वों को खदेड़ा। यह कोई एक मामला नहीं है, कई दलाल और अन्य लोग पहले भी वकीलों के साथ अभद्रता कर चुके हैं। अधिवक्ताओं का यह भी कहना है कि बैनामा कराने वाले लोग मोटी रकम लेकर आते हैं। यहां पुलिस चौकी न होने और पुलिस तैनात न होने के कारण लूट व टप्पेबाजी होने का भय बना रहता है। इतना ही नहीं तहसील बन्द होने के बाद अराजकतत्वों का जमावड़ा लग जाता है और सुरा के शौकीन लोग वकीलों के बिस्तर पर शराब पीते हैं। सूत्रों की माने तो जुआ का फड़ भी लगते हैं। सुबह जब वकील बिस्तर खोलते हैं तो बिस्तरों पर शराब के खाली पौआ मिलते हैं। पुलिस अधीक्षक आरती सिंह से वकीलों ने तहसील सदर में पुलिस चौकी खोले जाने की मांग की है।
बैठक में तहसील सदर एसोसिएशन के सचिव अतुल मिश्रा, पूर्व उपाध्यक्ष ओमप्रकाश दुबे, दयाशंकर तिवारी, देव प्रकाश अवस्थी, अनुराग तिवारी, भानु प्रताप, पंकज राजपूत , विपिन यादव, ऋषि श्रीवास्तव, आशीष कुमार, अंशुमान सिंह, सचिन मिश्रा, अनुज शर्मा, स्वदेश दुबे उर्फ लला, सुधीर सक्सेना, प्रद्युम्न, आकाश, प्रकाश द्विवेदी, ओमप्रकाश राठौर, सौरभ सक्सेना, विकास सक्सेना, अमित सक्सेना, विशुनदयाल, दिनेश बाथम, संजीव भारद्वाज, विनोद सक्सेना आदि लोग मौजूद रहे।
सदर तहसील के अधिवक्ताओं ने बैठक में उठाया सुरक्षा का मुद्दा
