ऑनलाइन आरटीआई के प्रति जागरुकता जरूरी,जल्द ही शुरू होगा कार्यशालाओं का आयोजन-डॉ अग्निहोत्री

राज्य सूचना आयुक्त डॉ दिलीप अग्निहोत्री ने नोडल अधिकारियों संग की समीक्षा बैठक

 समृद्धि न्यूज़ अयोध्या। समीक्षा बैठक कार्यक्रम को लेकर मंगलवार को राज्य सूचना आयुक्त डॉ दिलीप अग्निहोत्री अयोध्या पहुंचे।इस दौरान राज्य सूचना आयुक्त डॉ अग्निहोत्री ने रेशम विकास तथा युवा कल्याण विभाग के जनसूचना अधिकारी एवं नोडल अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।बैठक के बाद सर्किट हाउस में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान डॉ अग्निहोत्री मीडिया से मुखातिब हुए।पत्रकारों से बात करते हुए राज्य सूचना आयुक्त डॉ अग्निहोत्री ने बताया कि प्रत्येक राज्य सूचना आयुक्त को कुछ मंडल तथा उन मंडलों से संबंधित जिलों का प्रभार दिया जाता है।इसके अंतर्गत उन्हें गोरखपुर तथा देवीपाटन मंडल और उनसे संबद्ध आठ जिलों का प्रभार मिला हुआ है।इसके साथ ही उन्हें ग्राम विकास तथा युवा कल्याण दो विभागों का आवंटन किया गया है।उन्होंने बताया कि एक साल पहले जब मैं आयोग में आया तब लंबित शिकायतें अधिक थी।इनकी सुनवाई करके तेजी से शिकायतों को कम किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय का भी निर्देश है कि विलंब से सूचना देने से उसका महत्व कम हो जाता है,सभी सूचनाएं विभागों को समय से देना है।एक्ट के अनुसार न्यूनतम समय में सूचनाएं सभी को दी जाए क्योंकि तीस दिन की निर्धारित अवधि के अंदर सूचना देना अनिवार्य है।डॉ अग्निहोत्री कहा कि आज सारी व्यवस्थाएं ऑनलाइन होती जा रही है।सरकार का भी यही प्रयास है इसीलिए सभी विभागों में ऑनलाइन व्यवस्थाएं किए जाने का प्रयास किया जा रहा है।इसी लिए अब लोगों को ऑनलाइन आरटीआई आवेदन करने के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया जाएगा।कुछ विभागों द्वारा निर्धारित अवधि के अंदर वांछित सूचनाएं न दिए जाने की शिकायतों को स्वीकार करते हुए डॉ अग्निहोत्री ने कहा कि समीक्षा बैठक में सभी नोडल अधिकारियों को इस बात पर विशेष रूप से निर्देशित किया जाएगा कि वे निर्धारित अवधि के भीतर ही आवेदक को वांछित सूचनाएं उपलब्ध करा दें जिससे इन सूचनाओं के लिए उन्हें राज्य सूचना आयोग तक न दौड़ना पड़े।कुछ विभागों में जनसूचना अधिकारी द्वारा प्रावधानित व्यवस्थाओं की आड़ में सूचनाएं न दिए जाने की शिकायतों का संज्ञान लेते हुए डॉ अग्निहोत्री ने कहा कि समीक्षा बैठक में इस बिंदु पर भी विस्तार से चर्चा की जाएगी तथा विशेष परिस्थितियों को छोड़कर सामान्य परिस्थितियों में सूचनाएं सरलता से उपलब्ध कराने के निर्देश दिए जाएंगे।ऑनलाइन आरटीआई के प्रति जागरूकता के प्रसार हेतु कार्यशालाओं के आयोजन से जुड़े सुझाव को महत्वपूर्ण मानते हुए डॉ अग्निहोत्री ने कहा कि आयोग में पहुंचते ही उनके द्वारा इस सुझाव पर विस्तृत चर्चा की जाएगी तथा जल्द ही जिलों में ऑनलाइन आरटीआई के जागरूकता प्रसार हेतु कार्यशालाओं के आयोजन की शुरुआत पर निर्णय लिया जाएगा।

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