समृद्धि न्यूज। Axiom-4 मिशन बुधवार 25 जून को भारतीय समयानुसार दोपहर के 12:01 बजे फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर में लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39A से 4 क्रू मेंबर को लेकर SpaceX का फाल्कन 9 रॉकेट अंतरिक्ष के लिए निकल चुका है, जो 28 से 29 घंटे की उड़ान के बाद अंतरिक्ष स्पेस स्टेशन पहुंचेगा। फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से रॉकेट की लॉन्चिंग पूरी तरह सफल रही, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस यात्रा में शुभांशु शुक्ला को ISS तक पहुंचने में लगभग 28 घंटे क्यों लगेंगे।
भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला और 3 अन्य यात्रियों को लेकर एक्सिओम-4 मिशन अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन ISS की यात्रा के लिए रवाना हो चुका है। इस मिशन को बुधवार दोपहर 12:01 मिनिट पर लॉन्च किया गया। इस मिशन में शुभांशु के अलावा अन्य 3 लोग भी मौजूद हैं, जो 28 घंटे की यात्रा के बाद भारतीय समयानुसार गुरुवार शाम साढ़े चार बजे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचेंगे। उड़ान भरने के साथ ही शुभांशु शुक्ला का पहला मैसेज सामने आया है।
स्पेसक्राफ्ट से पहला मैसेज भेजते हुए शुभांशु ने कहा कि नमस्कार मेरे प्यारे देशवासियों, 41 साल बाद हम फिर से अंतरिक्ष में पहुंच गए हैं। इस समय हम 7.5 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से पृथ्वी के चारों ओर घूम रहे हैं। मेरे कंधे पर तिरंगा है, जो मुझे बता रहा है कि मैं अकेला नहीं हूं, आप सभी मेरे साथ है।
पीएम मोदी बोले: 1.4 बिलियन भारतीयों की इच्छाएं, उम्मीदें और आकांक्षाएं लेकर गए
हम भारत, हंगरी, पोलैंड और अमेरिका के अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर अंतरिक्ष मिशन के सफल प्रक्षेपण का स्वागत करते हैं। भारतीय अंतरिक्ष यात्री गु्रप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर जाने वाले पहले भारतीय बनने की राह पर हैं। वे अपने साथ 1.4 बिलियन भारतीयों की इच्छाएं, उम्मीदें और आकांक्षाएं लेकर गए हैं। उन्हें और अन्य अंतरिक्ष यात्रियों को सफलता की शुभकामनाएं!
भारतीय वायुसेना ने किया ट्वीट
आसमान को जीतने से लेकर सितारों को छूने तक भारतीय वायुसेना के योद्धा की अदम्य भावना से प्रेरित एक यात्रा। गु्रप कैप्टन शुभांशु शुक्ला एक ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशन पर रवाना हुए, जो राष्ट्र के गौरव को पृथ्वी से परे ले जाएगा। यह भारत के लिए एक ऐसा क्षण है, जो स्क्वाड्रन लीडर राकेश शर्मा के मिशन के 41 साल बाद आया है, जिन्होंने पहली बार हमारे तिरंगे को पृथ्वी से परे ले जाया था। एक मिशन से कहीं अधिक होने के नाते, यह भारत के निरंतर विस्तारित क्षितिज की पुष्टि है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एक्सिओम-4 मिशन पर कहा कि शुभांशु शुक्ला ने नया मील का पत्थर स्थापित किया, पूरा देश एक भारतीय की अंतरिक्ष यात्रा से उत्साहित और गौरवान्वित है।