लखनऊ, समृद्धि न्यूज। मैनपुरी से सपा सांसद व पूर्व सीएम अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले मौलाना साजिद के खिलाफ विभूतिखंड थाने में केस दर्ज कराया गया है। समाजवादी पार्टी की सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव के पहनावे पर आपत्तिजनक बयान देने वाले मौलाना साजिद रशीदी की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं, बता दें कि सपा नेता प्रवेश यादव की तहरीर पर यूपी की राजधानी लखनऊ के थाना विभूतिखंड में मौलाना रशीदी पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
इंस्पेक्टर विभूतिखंड सुनील कुमार सिंह ने बताया कि सपा कार्यकर्ता चिनहट विकल्पखंड गंगोत्री लेक व्यू अपार्टमेंट निवासी प्रवेश यादव की तहरीर पर रविवार को एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि मौलाना साजिद ने टीवी चैनल, सार्वजनिक मंच व मीडिया में डिंपल यादव को लेकर आपत्तिजनक, अभद्र भडक़ाऊ व स्त्री विरोधी टिप्पणी की गई है। इससे एक महिला के सम्मान को ठेस पहुंची और देश में धार्मिक, सांप्रदायिक वैमनस्यता भडक़ाने का प्रयास किया गया। मौलानां साजिद रशीदी पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 79, 196, 197, 352, 353 और आईटी एक्ट की धारा 67 के तहत केस दर्ज किया गया है।
क्या बोले मौलाना साजिद रशीदी
दरअसल वीडियो में मौलाना साजिद रशीदी ने कहा कि सांसद डिंपल यादव बिना सिर ढके बैठी थीं, मौलाना ने इसके बाद जो कहा उस पर विवाद छिड़ गया। उन्होंने ये टिप्पणी एक टीवी चैनल पर टॉक शो के दौरान की थी। यह मामला दिल्ली के संसद मार्ग की मस्जिद में हुई सपा की बैठक से जुड़ा था, जिसमें डिंपल यादव, अखिलेश यादव और इकरा हसन मौजूद थे, मौलाना की ये टिप्पणी उसी सभा की तस्वीरों पर की गई थी।
राजनीतिक दलों ने नाराजगी जताई
मौलाना के इस बयान पर कई राजनीतिक दलों और लोगों ने नाराजगी जताई। बीजेपी के नेताओं ने भी इसे महिला विरोधी बताया। मौलाना साजिद रशीदी ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं। वे अक्सर बीजेपी को सपोर्ट करते हुए देखे गए हैं, वो वक्फ संशोधन कानून का भी खुलकर समर्थन कर चुके हैं, लेकिन एक बयान ने उन्हें पक्ष-विपक्ष दोनों के सामने ला खड़ा किया है।
नदवी को इमाम पद से हटाने की मांग
आल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष शहाबुद्दीन रजवी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को रविवार को एक पत्र लिखकर समाजवादी पार्टी (सपा) सांसद मुहिबउल्ला नदवी को संसद मार्ग स्थित मस्जिद के इमाम पद से हटाने की मांग की है। रजवी ने पत्र में कहा है कि मस्जिद के अंदर सपा प्रमुख अखिलेश यादव और अन्य लोगों की बैठक करके मस्जिद की पवित्रता को भंग किया गया है। इससे मुसलमानों की धार्मिक आस्था को ठेस पहुंची है, मस्जिद के अंदर खुदा की इबादत के अलावा कोई दूसरा काम नहीं किया जा सकता।
धार्मिक स्थल का सियासत के लिए इस्तेमाल
उन्होंने पत्र में दिल्ली की मुख्यमंत्री को बताया है कि मस्जिद के इमाम और रामपुर से सपा के सांसद मुहिबउल्ला नदवी ने हाल में मस्जिद के अंदर बैठक की जिसमें पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ धर्मेंद्र यादव, डिंपल यादव, जियाउर्रहमान बर्क और अन्य सपा नेताओं ने भाग लिया। रजवी ने कहा कि मस्जिद के अंदर नापाक और नजिस लोग नहीं आ सकते हैं, मस्जिद मे सिर्फ वही लोग आ सकते हैं जो पाक हों।
उन्होंने कहा कि मस्जिद के अंदर महिलाओं का प्रवेश वर्जित है, मगर डिंपल यादव समेत दो महिलाओं ने भी मस्जिद के अंदर हुई बैठक में भाग लिया। मस्जिद जैसे धार्मिक स्थल का सियासत के लिए इस्तेमाल किया गया। इस बैठक के जरिए एक सियासी पैगाम दिया गया कि सपा मुसलमानों की हमदर्द है।
डिंपल ने भाजपा पर लगाया आरोप
मैनपुरी से सपा की सांसद और सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने इस मामले में पहले ही भाजपा पर मस्जिद में उनके दौरे को गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि यह दौरा कोई राजनीतिक बैठक नहीं थी, बल्कि सपा सांसद और मस्जिद के इमाम मोहिबुल्लाह नदवी के निमंत्रण पर हुआ था। डिंपल ने इसे भाजपा की साजिश बताते हुए कहा कि यह जनता का ध्यान वास्तविक मुद्दों से हटाने की कोशिश है।
पुलिस ने शुरू की जांच
लखनऊ पुलिस ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज की है और जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसारए मौलाना साजिद रशीदी के खिलाफ दर्ज एफआईआर में उनके वायरल वीडियो को सबूत के तौर पर शामिल किया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने यह भी कहा कि वे सोशल मीडिया पर इस मामले से जुड़े अन्य भडक़ाऊ बयानों पर भी नजर रख रही है ताकि सामाजिक सौहार्द बरकरार रहे।