नवविवाहिता के साथ मारपीट व पेट में लात लगने से हुए गर्भपात में मुकदमा दर्ज

कमालगंज, समृद्धि न्यूज। न्यायालय के आदेश पर पीडि़ता को मारपीट कर पेट में लात मारने से हुए गर्भपात के मामले में थाना पुलिस ने पति सहित चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
जानकारी के अनुसार मोहल्ला सीमान्त नगर थाना व कस्बा गुरसहायगंज जनपद कन्नौज की निवासी नाहिद बानो पुत्री अखील खाँ ने न्यायालय के आदेेश पर दर्ज कराये गये मुकदमे में कहा है कि बचपन से ही अपने मामू मोनिश पुत्र इस्माइल निवासी नगला दाउद थाना कमालगंज के यहां रहकर पली बड़ी। पीडि़ता की शादी उसके मामू ने मुस्लिम रीतिरिवाज के अनुसार मो0 इमरान पुत्र मुख्त्यार खां निवासी मझपुरवा थाना गुरसहायगंज के साथ अपनी सामथ्र्य के अनुसार काफी दान दहेज देकर की थी। शादी के बाद पीडि़ता अपनाी ससुराल गयी और अपने कर्तव्यों का पूरी तरह पालन किया। कुछ समय बाद ससुरालीजन अतिरिक्त दहेज में एक कार व कारोबार के लिए 2,00,000/-रुपये देने की पीडि़ता से मांग करने लगे। जिसको देने में पीडि़त के मामू ने असमर्थतता जतायी। जिस पर पीडि़ता के पति मो0 इमरान, ससुर मुख्त्यार, सास रुबी बेगम, देवर समीर पीडि़ता पर उक्त दहेज दिलवाने हेतु दबाव डालने लगे एवं उनकी मांग पूरी न होने पर सभी ने मिलकर पीडि़ता को परेशान करना शुरु कर दिया। जिस पर पंचायत डाली गयी, लेकिन ससुरालीजन बिना अतिरिक्त दहेज दिये किसी कीमत पर पीडि़ता को रखने को तैयार नहीं हुए। मजबूरन पीडि़त के पिता व मामू भविष्य में उनके द्वारा की गयी मांग को पूरा करने का आश्वासन देकर चले गए। इसी दौरान पीडि़ता गर्भवती हो गयी। कुछ दिन तो ससुरालीजन शांत रहे, लेकिन उसके बाद पुन: पीडि़ता को यातनायें देनी शुरु कर दीं। साथ ही कहा कि यदि दहेज नहीं दोगी, तो इमरान की दूसरी शादी करेंगे। जिसका पीडि़ता ने विरोध किया। इसी पर दिनांक २७ जनवरी को पीडि़ता को पति, ससुर वसास ने काफी मारापीटा और पीडि़ता के पेट में लात मार दी। जिससे पीडि़ता का रक्तस्राव शुरु हो गया और कुछ देर बाद पीडि़ता का गर्भपात हो गया व मरा हुआ बच्चा पैदा हुआ। इस दौरान ससुरालीजनों ने कुछ कोरे कागज व स्टाम्प पर दस्ताखत कराकर उसे धक्के देकर घर से निकाल दिया। पीडि़ता अपने मामू के घर नगला दाउद कमालगंज आयी और सारी घटना बताई और मामू को लेकर थाना कमालगंज रिपोर्ट लिखाने गयी, लेकिन पीडि़ता की रिपोर्ट अंकित नहीं की गयी। मजबूरन पीडि़ता ने अपने मामू के साथ फतेहगढ़ आकर प्रार्थना पत्र पुलिस अधीक्षक को मिलकर दिया। जिसकी जानकारी होने पर ससुरालीजन एक बुलैरो गाड़ी से पति, ससुर, देवर व दो लोग अज्ञात पीडि़ता के घर में घुस आये और गंदी-गंदी गालियां देते हुए कहने लगे कि हमारे खिलाफ बहुत प्रार्थना पत्र दे रही है और इसे जान से मारकर इसकी लाश गायब कर देंगे। पीडि़ता को पकडक़र घसीटनेो लगे। जब पीडि़ता ने विरोध किया, तो तमंचों की बटों व लात-घूसों से मारना शुरु कर दिया। बचानेेेेे आयी मामी को भी धक्का देकर गिरा दिया। शोर सुनकर पास में मौजूद इमरान व असलम दौडक़र आ गये। जिन्होंने मुल्जिमान को ललकारा और पीडि़ता को बचाया। जिस पर यह लोग धमकी देते हुए चले गये।

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