हलिया (मिर्ज़ापुर): लालगंज थाना क्षेत्र क़े अतरैला स्थित शिव गुलाम समेत देश के 42 टोल प्लाजा में 120 करोड़ के घाेटाले के मामले में एनएचएआई ने डेढ़ महीने में दूसरी बाद कंपनी बदल दी है।
घोटाले का खुलासा होने के बाद शिवा विल्डटेक को हटाकर कोलकाता की मंदीपा कंपनी को टोल टैक्स वसूली की जिम्मेदारी दी गई थी। अब उसे भी हटा दिया गया है और आरके जैन इंफ्रा को कमान सौंपी गई है।
टोल टैक्स वसूली में अनियमितता की शिकायत मिलने एसटीएफ लखनऊ के निरीक्षक दीपक सिंह ने 21 जनवरी को लालगंज पुलिस के साथ क्षेत्र के अतरैला स्थित शिव गुलाम टोल प्लाजा पर छापा मारा था। मौके से टोल प्लाजा के मैनेजर राजीव कुमार मिश्रा निवासी रानीपुर मेजा प्रयागराज, मनीष मिश्रा निवासी हरदिहा लालगंज को गिरफ्तार किया गया था। वहीं, मुख्य आरोपी आलोक सिंह, निवासी जौनपुर को वाराणसी से पकड़ा गया था।इनके अलावा आईटी इंजीनियर सावन लाल कुम्हावत और राजकुमार सिंह, निवासी रिजवी खां किला रोड, शहर कोतवाली, जौनपुर को गिरफ्तार किया गया। घोटाले में देश के 200 से अधिक टोल प्लाजा की जांच एसआईटी को सौंपी गई है। वहीं, टोल प्लाजा का संचालन करने वाली कंपनी शिवा विल्डटेक को हटाने के साथ उसके 44 खातों में 10 करोड़ रुपये फ्रीज कराए गए थे। इसके बाद 14 फरवरी को कोलकाता की मंदीपा कंपनी को टोल प्लाजा संचालन की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।अब 19 दिन बाद ही एनएचएआई ने मंदीपा को भी हटा दिया और आरके जैन इंफ्रा को टोल टैक्स वसूली का जिम्मा सौंपा है। बुधवार से आरके जैन इंफ्रा ने प्रबंधक अमित सिंह राणा की देखरेख में टोल टैक्स वसूली का काम संभाल लिया।