हरदोई, समृद्धि न्यूज। की तहसील शाहाबाद के ग्राम मझिला में एसडीएम अंकित तिवारी ने बताया कि सरकार नहीं चाहती है कि किसानों को किसी प्रकार की कोई परेशानी हो,पराली जलाने से सीधा असर सभी की सेहत के साथ ही साथ पर्यावरण पर असर हो रहा है उक्त बातें एसडीएम अंकित त्रिपाठी ने ग्राम मंझिला पंचायत भवन में आयोजित एक बैठक में व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि ग्राम प्रधान व जिम्मेदार लोगों व कृषको से वार्ता करते हुए कहा कि खेतों या अन्य किसी भी स्थान पर कोई पराली न जलाये व पराली प्रबंधन के तरीकों के तरीकों को अपनाएं।
उन्होंने कहा कि इससे पहले भी घटनाएं हुई थीं और जो भी घटना पराली जलाने की होती है वे सेटेलाइट से पकड़ी जाती है। इसमें हमारा और आपका कोई कंट्रोल नहीं है। हम चाहकर भी हम छुपा नहीं सकते। जैसे ही यहां आग लगेगी सेटेलाइट के जरिए लखनऊ से हमे सीधे मैसेज आ जाता है और हमें पता चल जायेगा और ऐसी स्थिति में हमारे पास कोई चारा नहीं रहता है सिवाय विधिक कार्यवाही करने के अलावा। हमें उसमे कार्यवाही करनी ही होगी। सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि सख्त कार्यवाही होनी चाहिए। और इतना सारा प्रबंधन होने के बाद भी पराली जलाने के मामले प्रदेश के अलग अलग जगहों से आ रहे है, इसलिए हमारा कहना है कि किसानों को कि वे पराली को किसी भी स्थिति में नहीं जलाना है।
उन्होंने बताया कि बड़े बड़े विशेषज्ञों ने निर्णय लिया है की एनजीटी के सख्त निर्देश है कि कहीं पर भी कोई भी पराली जलाने की घटना नहीं होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि यदि किसान या अन्य कोई भी पराली जलाने का दोषी पाया जायेगा तो पहले २५ सौ रुपए से ऊपर जितना होगा जुर्माना देना होगा। किसानों की उपज का आया पैसा बर्बाद होगा ही और अन्य सरकारी योजनाओं के लाभ से भी वंचित होंगे।
अंकित त्रिपाठी ने किसानों को विधिवत समझाते हुए कहा कि सरकार ये नहीं चाहती की हमारे किसानों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी हो।
सरकार किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए समय समय पर तमाम योजनाएं लाती हैं। केंद्र व राज्य सरकार की प्राथमिकता में रहता है कि किसानों का फायदा हो चाहे आपको सब्सिडी देना हो या आपको खाद, बीज व सिंचाई आदि में दे रहे हों। बहुत सी योजनाओं से सरकार की ओर से आपको लाभान्वित किया जा रहा है। सरकार की भी किसानों से अपेक्षाएं है कि पराली न जलाने की। उन्होंने कहा कि अहम बैठक करने का हमारा उद्देश्य यही है कि किसी भी गांव में पराली जलाने की कोई घटना न आए और किसान पराली न जलाएं। उन्होंने कहा कि मैं बहुत ही जिम्मेदारी के साथ बता रहा हूं कि कोई भी घटना यहां हुई तो सख्त कार्रवाई होगी ये बात आप लोग ध्यान में रख लीजिए। पूरी टीम एलर्ट है जिसमें कृषि विभाग के लोग, हमारे लेखपाल कानूनगो के साथ ही पुलिस भी निगरानी में लगी है। उन्होंने कहा कि पहले से चिन्हित गांवों की ऊपर लखनऊ से निगरानी की जा रही है। जैसे ही घटना होगी वैसे ही सूचना हमें मिल जायेगी और उसकी जवाब देगी हमारी बनती है और जैसे निर्देश है उसके अनुसार हमें सख्त कार्यवाही करनी पड़ेगी।
इस अवसर पर एसडीएम अंकित त्रिपाठी पूरी टीम के साथ ग्राम प्रधान प्रतिनिधि सरोज मिश्रा व ग्रामीण किसान मौजूद रहे।
पराली न जलाये, पराली प्रबंधन के अन्य तरीके अपनाकर हमारा और प्रशासन का सहयोग करें: अंकित त्रिपाठी
