नवदिया में चल रही श्रीराम कथा का दूसरा दिन
सुबह निकाली गयी प्रभाती फेरी, भक्तों ने की पुष्पवर्षा
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। श्रीराम कथा के दूसरे दिन सुबह प्रभातफेरी निकाली गयी। इस दौरान शहरवासियों ने फूल बरसाये और संतों का स्वागत किया। इस दौरान भक्तों का उत्साह देखते ही बन रहा था।
जानकारी के अनुसार श्री कामेश्वरनाथ सुंदरकांड समिति नवदिया के तत्वावधान में उर्मिला वाटिका में बीती २७ मई को कलश यात्रा के साथ श्रीराम कथा का शुभारंभ हुआ था। आज दूसरे दिन प्रभात फेरी निकाली गयी। इस दौरान शहरवासियों ने फूल बरसाये और बाहर से आये हुए संतों का स्वागत किया। इस दौरान बाल संत भोले बाबाजी महाराज मौजूद रहे। दोपहर २ बजे से शाम ५ बजे तक रामकथा की अमृतवर्षा हुई। जिसका भक्तों ने आनन्द लिया। इसके बाद सायं ५ बजे से ६ बजे तक सत्संग तथा रात्रि ८ बजे से १० बजे तक भजन कीर्तन का कार्यक्रम हुए। बुधवार को कथा प्रसंग में ऋषिकेश से पधारे बाल संत भोले बाबा जी महाराज द्वारा राम नाम की महिमा और संतों की महिमा का वर्णन किया गया। उन्होंने अपने मुखारबिन्दु से कहा कि असंख्य संत-महात्माओं ने राम का नाम जपते-जपते मोक्ष पा लिया। राम भक्त हनुमान, लक्ष्मण, सुग्रीव से लेकर कबीर, तुलसी और गांधी जी तक सभी राम का नाम ही जपते रहे हैं। यही नहीं रावण ने भी अपने अंतिम समय में राम का नाम पुकारकर अपना लोक-परलोक सुधारा। राम नाम की महिमा के प्रभाव से पत्थर भी तैरने लगते हैं। जब लंका तक पहुंचने के लिए सेतु बनाया जा रहा था तब सभी को संशय था कि क्या पत्थर भी पानी पर तैर सकते है क्या तैरते हुए पत्थरों का बांध बन सकता है तब ऐसे में इस संशय को मिटाने के लिए प्रत्येक पत्थर पर राम नाम लिखा गया। सेतु बनने से पूर्व हनुमान जी भी सोच में पड़ गए कि बिना सेतु के मैं लंका कैसे पहुंच सकता हूं, लेकिन राम का नाम लेकर वह एक ही फलांग में समुद्र पार कर गए। कथा सुनकर भक्त रोमांचित हो उठे। कार्यक्रम की व्यवस्था में अंबिका प्रसाद द्विवेदी, आदेश शुक्ला, शैलेश मिश्रा, सुभाष दीक्षित, प्रमोद मिश्रा, पंकज दीक्षित, छोटेलाल गुप्ता, गौरव मिश्रा, गौरव शुक्ला, संतोष दुबे, पुष्कर मिश्रा, पंकज मिश्रा, राजीव मिश्रा, सुदेश मिश्रा, प्रयास मिश्रा, रवि मिश्रा, विजय चौहान, ओमेंद्र यादव एडवोकेट, सरिता दीक्षित, प्रतिभा मिश्रा, निधि त्रिपाठी, वंशिका कटियार, रामादेवी कटियार, लवी मिश्रा, डोली मिश्रा, प्रज्ञा त्रिपाठी, श्रेय मिश्रा आदि ने सहयोग किया। कथा विश्राम के पश्चात खीर के प्रसाद का वितरण किया।
राम नाम की महिमा के प्रभाव से पत्थर भी तैरने लगते हैं-भोले बाबा
