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पहली बार ₹50 लाख करोड़ से ज्यादा का बजट पेश

मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का दूसरा पूर्णकालिक बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को पेश किया. इस बार 50 लाख करोड़ का बजट मोदी सरकार ने पेश किया है. वित्त मंत्री ने बजट से महंगाई और टैक्स के मोर्चे पर लोगों कोराहत देने का प्रयास किया है. इसके साथ मोदी सरकार ने 2024 के लोकसभा चुनाव में खिसके जनाधार को दोबारा से वापस लाने और चुनावी राज्यों के सियासी समीकरण को भी साधने के लिए खजाना खोल दिया है.2025-26 के बजट में मोदी सरकार ने मिडिल क्लास को टैक्स स्लैब को बढ़ाकर बड़ी राहत देने के काम किया है. सरकार ने इनकम टैक्स को लेकर बड़ा ऐलान किया है तो किसान से लेकर महिला, नौजवानों और दलित-आदिवासी समुदाय का ख्याल रखा. हालांकि, पीएम मोदी ने पहले ही कह दिया था कि ये बजट ‘ज्ञान’ (GYAN) का बजट होगा. GYAN यानी गरीब, युवा, किसान और नारी-शक्ति का. इस तरह मोदी सरकार बजट के जरिए कई बड़े सियासी संदेश देने का दांव चला है.

मिडिल क्लास को साधने की कवायद

बीजेपी का सबसे बड़ा वोट बैंक मिडिल क्लास माना जाता है. मोदी सरकार के तीसरी बार सत्ता में आने में सबसे अहम योगदान मीडिल क्लास का रहा है. ऐसे में वित्त मंत्री ने बजट में मिडिल क्लास को सौगात देकर साधे रखने का दांव चला है. मोदी सरकार ने अपने तीसरे कार्यकाल में टैक्स स्लैब में बड़ा बदलाव करके राहत देने की कवायद की है. वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में 12 लाख रुपये तक की इनकम को टैक्स फ्री कर दिया है. इसके साथ ही 75000 रुपये के स्टैंडर्ड डिडक्शन कर दिया है.नए टैक्स स्लैब के तहत चार लाख रुपये तक कोई टैक्स नहीं लगेगा. 3-8 लाख रुपये की आय पर 5 फीसदी और 8-12 लाख रुपये की आय पर 10 फीसदी टैक्स लगेगा. वहीं, 12-16 लाख की आय पर 15 फीसदी और 16-20 लाख रुपये की सालाना आय पर 20 फीसदी, 20-24 लाख तक 25 फीसदी और 24 लाख से अधिक की आय पर 30 फीसदी टैक्स लगेगा. हालांकि, सारी छूट के बाद नए टैक्स स्लैब के तहत अब 12.75 लाख रुपये तक की कमाई पर कोई टैक्स नहीं देना होगा.

वित्त मंत्री ने किसानों के लिए पीएम धन धान्य योजना का ऐलान किया. मौजूदा योजनाओं के अभिसरण के माध्यम से, यह कार्यक्रम निम्न उत्पादकता,मध्य स्तर की फसल घनत्व और औसत से कम ऋण मानकों वाले 100 जिलों को कवर करेगा. यूरिया की किल्लत से राहत देने के लिए असम में 12.7 लाख मीट्रिक टन क्षमता वाले यूरिया संयंत्र की स्थापना करने का ऐलान किया है.

मोदी सरकार ने देश भर के 07 करोड़ से अधिक कृषकों, पशुपालकों एवं मत्स्य पालकों को किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से लघु अवधि ऋण दिया जाता है.किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट 3 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दी है. इस तरह देश के किसान पांच लाख रुपये तक लोन बिना ब्याज के ले सकेंगे. राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी, उद्यमिता एवं प्रबंधन संस्थान बिहार में स्थापित किया जाएगा, जो किसानों के उत्पाद की गुणवत्ता बढ़ाकर उनकी आय में बढ़ोतरी करेगा. मखाना बोर्ड बनाने का भी ऐलान किया है तो डेयरी-मछली पालने वाले किसानों को पांच लाख रुपये तक की क्रेडिट कार्ड देने की घोषणा की है.

दलित-आदिवासी महिलाओं पर फोकस

संविधान और आरक्षण वाले नैरेटिव के चलते बीजेपी को 2024 के लोकसभा चुनाव में काफी नुकसान उठाना पड़ा था. इसके चलते मोदी सरकार ने दलित और आदिवासी समुदाय को साधे रखने के लिए बड़ा दांव चला है. वित्त मंत्री ने दलित और आदिवासी समुदाय की महिलाओं को सशक्त करने के लिए नई स्कीम का ऐलान किया. एससी/एसटी समुदाय की 5 लाख महिलाओं को सशक्त करने का लक्ष्य जो फर्स्ट-टाइम आंत्रप्रेन्योर हैं, इन्हें अगले 5 साल के दौरान 2 करोड़ रुपये तक के टर्म लोन देने की योजना है. इस तरह दलित और आदिवासी महिलाओं को कारोबारी बनाने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है.

महंगाई से राहत तो जनकल्याण पर फोकस

मोदी सरकार ने आम आदमी के लिए बजट से बड़ी राहत मिली है. अब मोबाइल, टीवी, इलेक्ट्रिक कार जैसे सामान सस्ते होंगे. जी हां, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार ने 82 सामानों में से सेस हटा दिया है. इसके अलावा कैंसर की 36 दवाइयां सस्ती होंगी. मोबाइल और टीवी सस्ते होंगे. इलेक्ट्रिक कार सस्ती होगी. कपड़े सस्ते होंगे और लेदर का सामान भी सस्ता होगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कैंसर के रोगियों के लिए जरूर 36 दवाओं को बुनियादी सीमा शुल्क से पूरी तरह छूट देने का ऐलान किया. इसका मतलब है कि कैंसर की दवाइयां सस्ती होंगी. सरकार ने सामानों से सेस खत्म किया है, उसके चलते अब भारत में बने कपड़े, मोबाइल और चमड़े के सामान सस्ते होंगे. एलईडी और स्मार्ट टीवी भी सस्ते होंगे. मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियां सस्ती होंगी. 2025 में किफायती आवास के अतिरिक्त 40 हजार इकाइयां पूरी की जाएंगी बिजली वितरण और ट्रांसमिशन कंपनियों को मजबूत किया जाएगा. इस तरह से मोदी सरकार ने बजट के जरिए सभी का ख्याल रखा है, जिसकी तारीफ कई विपक्षी दल भी कर रहे हैं.

पीएम मोदी बोले- यह जनता जनार्दन का बजट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आम बजट को जमकर सराहा। उन्होंने इसे जनता जनार्दन का बजट करार दिया। उन्होंने कहा, ‘आज भारत के विकास यात्रा का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। ये 140 करोड़ भारतीयों के आकांक्षाओं का बजट है, ये हर भारतीय के सपनों को पूरा करने वाला बजट है। हमने कई सेक्टर युवाओं के लिए खोल दिए हैं। ये विकसित भारत के मिशन को ड्राइव करने वाला है, ये बजट बल गुणक (Force Multiplier) है। ये बजट बचत को बढ़ाएगा, निवेश को बढ़ाएगा और ग्रोथ को भी तेजी से बढ़ाएगा। मैं वित्त मंत्री को इसके लिए बधाई देता हूं।’

इनकम टैक्स स्लैब

4 लाख तक 0% 4-8 लाख: 5% 8-12 लाख: 10% 12-16 लाख: 15% 16-20 लाख: 20% 20-24 लाख : 25% 24 लाख से ज्यादा: 30%

12-16 लाख तक कितना टैक्स?

12 लाख से 16 लाख तक की आय पर 15% टैक्स लगेगा.

12 लाख तक की आय पर कोई टैक्स नहीं

इनकम टैक्स पर सरकार ने बड़ा ऐलान किया है. अब 12 लाख तक की आय पर कोई कर नहीं लगेगा.

सीनियर सिटिजन्स के लिए बड़ा ऐलान

वित्त मंत्री ने कहा कि टीडीएस की प्रक्रिया को आसान बनाया जाएगा. सीनियर सिटिजन्स के लिए टैक्स छूट दोगुनी की जाती है. उनके लिए ब्याज पर छूट 50 हजार से बढ़ाकर 1 लाख की जा रही है. उन्होंने कहा कि TDS-TCS में कमी की जाएगी.

ये चीजें होंगी सस्ती

टीवी, मोबाइल, इलेक्ट्रिक कारें और भारत में बने कपड़े. चमड़े से बने सामान भी सस्ते होंगे.

36 लाइफ सेविंग दवाएं होंगी सस्ती

  • बीमा क्षेत्र में एफडीआई सीमा 74 प्रतिशत से बढ़ाकर 100 प्रतिशत की जाएगी
  • सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की सेवाओं को गहरा और विस्तारित करेगी
  • निर्यात को बढ़ावा देने के लिए निर्यात संवर्धन मिशन बनाया जाएगा
  • संशोधित केंद्रीय केवाईसी रजिस्ट्री 2025 में शुरू की जाएगी.
  • 36 लाइफ सेविंग दवाएं 100% कस्टम ड्यूटी फ्री

वित्त मंत्री ने किए ये ऐलान

    1. सरकार एक करोड़ गिग कर्मियों की सहायता के लिए ई-श्रम मंच पर पहचान पत्र तथा पंजीकरण की व्यवस्था करेगी.
    2. कुल 20,000 करोड़ रुपये से परमाणु ऊर्जा मिशन बनाया जाएगा, 2047 तक 100 गीगावाट परमाणु ऊर्जा क्षमता का लक्ष्य है. बिजली वितरण कंपनियों में सुधारों को प्रोत्साहित किया जाएगा, राज्यों को सुधारों को आगे बढ़ाने के लिए जीएसडीपी के 0.5 प्रतिशत कर्ज की अनुमति दी जाएगी.
    3. सरकार पहली बार उद्यम करने वाली पांच लाख महिलाओं, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के उद्यमियों को दो करोड़ रुपये का ऋण देगी.
    4. किफायती आवास की अतिरिक्त 40,000 इकाइयां 2025 में पूरी की जाएंगी.
    5. सरकार 120 गंतव्यों को जोड़ने के लिए संशोधित उड़ान योजना शुरू करेगी, जिससे अगले 4 करोड़ अतिरिक्त यात्रियों को मदद मिलेगी

बजट में ऐलान

  • सरकार राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम को ऋण परिचालन के लिए सहायता प्रदान करेगी
  • असम के नामरूप में 12.7 टन सालाना क्षमता का यूरिया संयंत्र लगाया जाएगा
  • सरकार स्वच्छ प्रौद्योगिकी विनिर्माण को समर्थन देने के लिए मिशन शुरू करेगी
  • 200 डे कैंसर केयर केंद्र खोले जाऐंगे
  • सरकार बिहार में राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी, उद्यमिता और प्रबंधन संस्थान स्थापित करेगी
  • शिक्षा के लिए AI एक्सिलेंस केंद्र खोले जाएंगे

टीडीएस पर वित्त मंत्री ने क्या एलान किया?

वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में कहा है कि टीडीएस की सीमा में बदलाव किए जाएंगे ताकि इसमें एकरूपता लाई जा सके। वरिष्ठ नागरिकों के लिए टीडीएस में छूट की सीमा को 50 हजार से बढ़ाकर एक लाख रुपये किया जाएगा। किराए से होने वाली आमदनी पर टीडीएस में छूट की सीमा को बढ़ाकर छह लाख रुपये किया जाएगा। वित्त मंत्री के अनुसार, नॉन-पैन मामलों में उच्च टीडीएस के प्रावधान लागू रहेंगे। अपडेटेड रिटर्न दाखिल करने की सीमा को दो साल से बढ़ाकर चार साल कर दिया है।

टीडीएस के मामले में बुजुर्गों को क्या फायदा?

  • क्या मिला? 

ब्याज पर कर में छूट

  • किसे मिला?

वरिष्ठ नागरिकों को

  • कितना फायदा?

  1. पहले ब्याज से होने वाली 50 हजार रुपये तक की आय पर वरिष्ठ नागरिकों को TDS नहीं देना पड़ता था।

  2. अब एक लाख रुपये तक के ब्याज पर TDS नहीं लगेगा।

किराये पर टीडीएस से जुड़े क्या अपडेट हैं

  • क्या मिला?

  1. पहले किराये से होने वाली 2.4 लाख रुपये तक की आय पर TDS नहीं लगता था।
  2. अब किराये से छह लाख रुपये तक की आमदनी पर TDS नहीं लगेगा।
  • किसे फायदा? 

छोटे करदाताओं को, जिन्हें छोटे अंशों में किराया आय के तौर पर प्राप्त होता है।

ये चीजें हुईं सस्ती

  • मोबाइल फोन सस्ती हुआ
  • कैंसर की दवाइयां सस्ती हुईं
  • मेडिकल इक्विपमेंट्स सस्ते हुए
  • LCD, LED सस्ती हुईं
  • 6 लाइव सेविंग दवाइयां सस्ती हुईं
  • 82 सामानों से सेस हटाने का ऐलान
  • भारत में बने कपड़े होंगे सस्ते
  • सरकार ने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर टैक्स से राहत दी है. इससे बैटरी से चलने वाली कारें सस्ती हो सकती हैं.
  • चमड़ा और इससे बने उत्पादों पर टैक्स घटाई गई हैं, जिससे चीजें सस्ती होंगी.
  • फ्रोजन फिश
  • मोटर साइकिल
  • जिंक स्कैप
  • कोबाल्ट पाऊडर
  • EV लिथियम बैटरी
  • लीथियम आयन बैटरी
  • कैरियर ग्रेड इंटरनेट स्विच
  • सिंथेटिक फ्लेवरिंग एसेंस
  • जहाज निर्माण के लिए कच्चा माल—बेसिक कस्टम ड्यूटी से 10 और साल के लिए छूट

क्या हुआ महंगा

  • बजट में इंटरेक्टिव फ्लैट पैनल डिस्प्ले पर बेसिक कस्टम ड्यूटी को 10 परसेंट से बढ़ाकर 20 परसेंट किया गया.
  • बुने हुए कपड़े (निटेड फैब्रिक्स)

इसी के साथ बजट में बच्चों और बड़ों से जुड़ी कुछ चीजों के महंगे होने का अनुमान है. दरअसल, बजट से एक दिन पहले पेश हुए आर्थिक सर्वेक्षण में अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड (यूपीएफ) की बढ़ती खपत पर चिंता जताई गई.

खाने-पीने की इन चीजों में नमक, चीनी, कॉन्सन्ट्रेटेड फैट और आर्टिफिशियल एडिटिव्स होने के चलते स्वास्थ्य पर इनका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. ऐसे में इस समस्या से निपटने के लिए इन पर जीएसटी अधिक लगाए जाने की चर्चा है. इसी के साथ FSSAI की सख्त लेवलिंग और जागरूकता अभियानों पर भी जोर दिया गया. इसके स्थान पर स्थानीय और मौसमी फलों-सब्जियों की खपत बढ़ाने पर जोर दिया गया.

देश की इंटरनल सुरक्षा के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय को मिले 2 करोड़ 33 लाख रुपये

 देश की इंटरनल सुरक्षा-व्यवस्था को और अधिक मजबूत करने के लिए बजट में केंद्रीय गृह मंत्रालय को 2,33,210.68 का आवंटन किया गया है। जो की वित्त वर्ष 2024-25 में मिले 2,19,643.31 करोड़ रुपए से 13,567.37 करोड़ रुपए अधिक है। दो करोड़ 33 लाख रुपए के इस बजट में एक करोड़ 60 लाख रुपए सीएपीएफ को दिए गए हैं। जिसमें सीआरपीएफ, बीएसएफ, और सीआईएसएफ जैसे केंद्रीय पुलिस बल हैं। बजट में अर्धसैनिक बलों में सीआरपीएफ को 35,147 करोड़ रुपये, बीएसएफ को 28,231 करोड़, सीआईएसएफ को 16,084 करोड़, आईटीबीपी को 10,370 करोड़, एसएसबी को 10,237 करोड़ रुपये और असम राइफल्स को 8,274 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है। इसके अलावा खुफिया ब्यूरो (आईबी) को 3,893 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। एनडीआरएफ को 1,922 करोड़ रुपए मिले। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जम्मू कश्मीर को 41,000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। जो अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद केंद्र शासित प्रदेश बना।

दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘…एक बात जो मैं निश्चित रूप से उजागर करना चाहूंगी, वह है लोगों की आवाज पर प्रतिक्रिया देना, जिसके लिए प्रधानमंत्री मोदी अपने प्रशासन में जाने जाते हैं। यह एक बहुत ही उत्तरदायी सरकार है और इसके परिणामस्वरूप, आयकर सरलीकरण जिसकी मैंने जुलाई में घोषणा की थी, वह पहले ही पूरा हो चुका है और हम अगले सप्ताह विधेयक लाएंगे… इसलिए यदि हम कराधान सहित सुधार की बात कर रहे हैं, तो काम पूरा हो चुका है। यह बजट युक्तिकरण और सीमा शुल्क के बारे में भी बात करता है। टैरिफ को कम किया जा रहा है, टैरिफ को सरल बनाया जा रहा है…’

यह बजट युक्तिकरण और सीमा शुल्क के बारे में भी बात करता है- निर्मला सीतारमण, वित्त मंत्री

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि एक बात जो मैं निश्चित रूप से उजागर करना चाहूंगी, वह है लोगों की आवाज पर प्रतिक्रिया देना, जिसके लिए प्रधानमंत्री मोदी अपने प्रशासन में जाने जाते हैं। यह एक बहुत ही उत्तरदायी सरकार है और इसके परिणामस्वरूप,आयकर सरलीकरण जिसकी मैंने जुलाई में घोषणा की थी,वह पहले ही पूरा हो चुका है और हम अगले सप्ताह विधेयक लाएंगे इसलिए यदि हम कराधान सहित सुधार की बात कर रहे हैं, तो काम पूरा हो चुका है। यह बजट युक्तिकरण और सीमा शुल्क के बारे में भी बात करता है। टैरिफ को कम किया जा रहा है, टैरिफ को सरल बनाया जा रहा है।

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