इस्माइल हानिया गाजा पट्टी में हमास की सरकार में प्रधानमंत्री था इस्माइल ने दूसरे इंतिफादा में भी अहम भूमिका निभाई थी और इसके चलते हानिया को इस्राइल के सुरक्षा बलों ने गिरफ्तार कर लिया था। हानिया छह महीने तक इस्राइल की जेल में रहा और बाद में एक समझौते के तहत हानिया समेत 400 अन्य लोगों को लेबनान निर्वासित कर दिया गया। इसके बाद साल 1993 में ओस्लो समझौते के बाद हानिया की गाजा में वापसी हुई। साल 2006 में हानिया गाजा में चुनी गई हमास की सरकार में प्रधानमंत्री बना और उसके बाद से ही इस्राइल और हमास के बीच तनाव लगातार बढ़ता चला गया। बीते दिनों ही इस्राइली सेना ने हानिया के तीन बेटों आमिर, हाजेम और मोहम्मद गाजा को भी हवाई हमले में ढेर कर दिया था। 7 अक्तूबर के हमले के बाद से इस्राइल ने हमास के कई शीर्ष आतंकियों को ढेर किया है। मंगलवार को ही इस्राइल ने हिजबुल्ला के शीर्ष नेता फौद शुक्र को भी एक हवाई हमले में मार गिराया था। हिजबुल्ला के नेता की मौत उस हमले के बाद हुई है, जिसमें गोलन हाइट्स में एक कथित हिजबुल्ला के हमले में इस्राइल के 12 किशोरों की मौत हो गई थी। हानिया के गाजा स्थित निवास को आतंकवादी बुनियादी ढांचे के रूप में इस्तेमाल किया जाता था. नवंबर में आईडीएफ के हवाई हमले में वो भी प्रभावित हो गया था. हानिया आमतौर पर कतर में रहता था. हानिया की मौत पर इजराइल के मंत्री Amihai Eliyahu ने कहा है कि दुनिया अब कुछ हद तक अच्छी होगी. उन्होंने कहा कि दुनिया को इस गंदगी से साफ करने का यही सही तरीका है. उन्होंने कहा कि इन नश्वर लोगों के लिए कोई दया नहीं.
परमाणु की धमकी देते रहता है ईरान
ईरान वो मुल्क है जो पश्चिमी देशों को परमाणु की धमकी देता रहता है. वो अमेरिका और उसके दोस्त इजराइल को आंख दिखाता है. हूती, हमास और हिजबुल्लाह जैसे आतंकी संगठनों को वो शह देता है. वो सीधे ना तो इजराइल से जंग लड़ रहा और ना ही अमेरिका से, लेकिन उसकी मदद से ही तीनों संगठन इजराइल ही नहीं अमेरिका और कई पश्चिमी देशों से पंगा ले रहे हैं.