बिधूना कोतवाली क्षेत्र स्थित एक गांव में रहने वाली पीड़िता के पिता (40) किसानी करते हैं। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि बाबा (60), पिता, चाचा (35) उसकी मां का शारीरिक शोषण करते थे। जिसके चलते मां कुछ समय पहले उसे लेकर दिल्ली चली गई थी। वहीं, कुछ महीने बाद ही पिता और चाचा दिल्ली आए और उसे अपने साथ गांव ले आए। डेढ़ महीने पहले मां की मौत हो गई। पीड़िता ने बताया कि बाबा खेत में, चाचा कमरे में अकेला पाकर और पिता हाथ-पैर बांधकर दरिंदगी कर रहे हैं। किसी को बताने पर जान मारने की धमकी देते हैं। कुछ ही दिन पहले पता चला की वह दो महीने की गर्भवती है। इसकी भनक आरोपियों को लगी तो हत्या की साजिश रचना शुरू कर दी। किसी तरह से नाबालिग हिम्मत जुटाकर दिबियापुर मौसी के घर पहुंची। पीड़िता ने मौसी को पूरा घटनाक्रम बताया। मौसी पीड़िता को लेकर कोतवाली पहुंची और आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। बाबा, पिता और चाचा एक साल से नाबालिग का शारीरिक शोषण का रहे थे।
औरैया में नाबालिग ने बाबा, पिता, चाचा पर दर्ज कराया दुष्कर्म का मुकदमा

बिधूना कोतवाली क्षेत्र स्थित एक गांव में रहने वाली पीड़िता के पिता (40) किसानी करते हैं। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि बाबा (60), पिता, चाचा (35) उसकी मां का शारीरिक शोषण करते थे। जिसके चलते मां कुछ समय पहले उसे लेकर दिल्ली चली गई थी। वहीं, कुछ महीने बाद ही पिता और चाचा दिल्ली आए और उसे अपने साथ गांव ले आए। डेढ़ महीने पहले मां की मौत हो गई। पीड़िता ने बताया कि बाबा खेत में, चाचा कमरे में अकेला पाकर और पिता हाथ-पैर बांधकर दरिंदगी कर रहे हैं। किसी को बताने पर जान मारने की धमकी देते हैं। कुछ ही दिन पहले पता चला की वह दो महीने की गर्भवती है। इसकी भनक आरोपियों को लगी तो हत्या की साजिश रचना शुरू कर दी। किसी तरह से नाबालिग हिम्मत जुटाकर दिबियापुर मौसी के घर पहुंची। पीड़िता ने मौसी को पूरा घटनाक्रम बताया। मौसी पीड़िता को लेकर कोतवाली पहुंची और आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। बाबा, पिता और चाचा एक साल से नाबालिग का शारीरिक शोषण का रहे थे।