फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। जेष्ठ अमावस्या को मार्तण्ड पुत्र श्री शनि महाराज के जन्म उत्सव पर विशेष पूजा सनकादेश्वर मंदिर पर महाकाल की प्रमुख महंत साध्वी अर्चना दीक्षित ने दीप प्रज्ज्वलित कर की। मंदिर में सभी 108 देव प्रतिमाओं का पूजन के साथ शनि के विग्रह को तेज से स्नान कराकर नूतन वस्तुओं से अलंकृत किया गया। पूजा में तेल, गुड़, तिल, लोहे का छल्ला, काले वस्त्र, काली मिष्ठान (रसगुल्ला), काली उदर की दाल चावल मिश्रित पुष्प चढ़ाने से ढैया साडेसाती का प्रकोप दूर हो जाता है तथा शनि की कृपा हमेशा बनी रहती है। शनि की छाया 18 वर्ष की आयु से लेकर 60 वर्ष की आयु तक रहती है। प्रत्येक शनिवार के दिन तेल, गुड़, चना, खिचड़ी आदि वस्तुएं अवश्य चढ़ाएं। जो भक्त प्रत्येक शनिवार को उपरोक्त वस्तुओं दान नहीं करता, वह भक्त शनि के जन्मोत्सव पर इनका पूजन अवश्य कर दे। शनि की कृपा भक्तों पर अवश्य होती है तथा शनि प्रसन्न रहते हैं। मंदिर में शरबत, चना, गुड,़ पूड़ी सब्जी आदि का भोग लगाकर भंडारा में कन्या भोज, संत भोज हुआ। इस अवसर पर बेचगिरी प्रमुख दास सेवादास, विजयानंद, आकाशनंद, चंदन, बालकृष्ण, रामनाथ, अवधेश बाजपेई, रामबाबू चौरसिया, लालाराम, मानसिंह, सुमित, शिवांश, सरोज सक्सेना, आरती, जगदेव, मीना, विमल, लक्ष्मी आदि ने पूजा की। एवं भक्ति पूर्ण गीत प्रस्तुत कर भक्तों का मन मोह लिया। प्रसाद में खिचड़ी का भोग लगाकर वितरित किया गया।
शनि देव जन्मोत्सव पर विशाल भंडारे के साथ कन्या-संत भोज संपन्न
