दीपमाला अस्पताल बरेली के डॉक्टर सोमेश मेहरोत्रा ने आयुष्मान योजना पर अभद्र टिप्पणी की। उन्होंने ब्रेन स्ट्रोक की मरीज विजय लक्ष्मी के बेटे से बदतमीजी की और उन्हें धक्का देकर अस्पताल से बाहर निकाल दिया। इस घटना के बाद मरीज की मौत हो गई।
बरेली : आयुष्मान कार्डधारकों को 5 लाख रुपये तक के निशुल्क इलाज का प्रावधान सरकार की तरफ से निजी अस्पतालों में भी किया गया है. इसके बावजूद आयुष्मान कार्डधारकों के इलाज में लापरवाही बरती जा रही है. ताजा मामला बरेली के एक निजी अस्पताल का है. दीपमाला अस्पताल के डा. सोमेश मेहरोत्रा के विरुद्ध जांच शुरू हो गई। शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पताल पहुंचकर नोटिस दिया। उनके अस्पताल को आयुष्मान योजना के पैनल से निरस्त करने की संस्तुति भी कर दी गई। यह कार्रवाई डा. मेहरोत्रा का एक वीडियो प्रसारित होने के बाद हुई। आरोप है कि उन्होंने आइसीयू में भर्ती ब्रेन स्ट्रोक की मरीज विजय लक्ष्मी के बेटे से अभद्रता की। उन्हें व मरीज को धक्के देकर बाहर निकालने को कहा। बोले, आयुष्मान कार्ड से इलाज कराने चला आया। सरकारी अस्पताल क्यों नहीं गया। वहां नेता और डाक्टर मिलकर बजट खा जाते हैं। वहां दवा नहीं, चूरन-चटनी मिलती है। इस घटनाक्रम के बाद मरीज को अस्पताल से निकाल दिया गया। दिल्ली ले जाते समय उनकी मौत हो गई थी।शनिवार को शाहजहांपुर के मिर्जापुर निवासी विजय लक्ष्मी के बेटे मोहन गोविंद गुप्ता ने फोन पर पूरा घटनाक्रम बताया। बोले, सात नवंबर को मां को दीपमाला अस्पताल में भर्ती कराया तब कहा गया कि आयुष्मान कार्ड से उपचार हो जाएगा। इसके बावजूद तुरंत दवा व इंजेक्शन के नाम पर मेडिकल स्टोर से कई दवाएं मंगवाईं। अगले दिन तक एक लाख रुपये से ज्यादा खर्च हो गए। आठ नवंबर को डाक्टर सोमेश मेहरोत्रा को पैसे खत्म होने की मजबूरी बताई।आयुष्मान कार्ड से उपचार की बात पर वह बिफर गए। उसी दौरान वीडियो बना लिया था। वीडियो में वह कहते सुनाई दे रहे कि फ्री में उपचार नहीं, धोखा मिलेगा। छह हजार रुपये के इंजेक्शन की रसीद मांग रहे हो, ताकि उसे तुम बाहर जाकर दिखाओ और शिकायत कर दो।