आज तक आपने चोरी की बहुत सी वारदातों के बारे में सुना होगा, लेकिन बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में एक ऐसा चोर है, जो सिर्फ दिन के उजाले में चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहा है. साथ ही पुलिस के साथ आंख मिचौली खेलते हुए उसे ताना भी मारता रहा है और कहता है कि, “लव यू पुलिस मामा, मैं आपसे तेज हूं. अभी तक आठ घर में चोरी कर चुका हूं. अभी भी दो घर बाकी हैं. दम है तो पकड़ कर दिखाओ. मुझे यह पता है कि गांव के लोग रात में जग रहे हैं. चोरी की घटना रोकने के लिए पहरेदारी कर रहे हैं. इसलिए मैं दिन के उजाले में चोरी की घटना को अंजाम दे रहा हूं.”
चोरी की घटना के बाद चोर द्वारा उस घर में रखे गए लेटर को देखने से यही लग रहा है कि चोर काफी पढ़ा-लिखा है, क्योंकि चोर ने जो पुलिस के लिए लेटर छोड़ा है, वह लेटर हिंदी में न होकर इंग्लिश में लिखा हुआ है और एक-एक शब्द को स्पेस देकर उसे लिखा गया है. अब सवाल ये उठता है कि जब चोर इतना ही पढ़ा-लिखा है तो उसने या तो पुलिस के साथ आंख मिचौली का खेल खेलने का मन बना रखा है या फिर वह कोई बचकाना हरकत कर रहा है.
चिट्ठी में क्या लिखा चोर ने?
चोर ने जो चिठ्ठी लिखी है उसमें साफ लिखा है कि, “आज मैं जिस घर में चोरी कर रहा हूं. यह गरीब का घर दिखाई दे रहा है, क्योंकि इसके पहले मैंने जिस घर में चोरी किया था, उसमें ज्यादा सामान मिला था, लेकिन आज मैं जिस घर में चोरी कर रहा हूं, इसमें भी केवल गहने मिले हैं.”