सैफई, समृद्धि न्यूज। प्रधान संगठन चुनावी वर्ष को देखते हुए सक्रिय होता नजर आ रहा है। सोमवार को सैफई ब्लॉक में आयोजित बैठक में संगठन के प्रदेश अध्यक्ष ललित कुमार शर्मा की मौजूदगी में ग्राम पंचायतों की जमीनी समस्याओं पर खुलकर चर्चा हुई। बैठक में संगठनात्मक मजबूती, पंचायतों की वित्तीय स्थिति, विकास कार्यों में आ रही बाधाएं और शासन से अपेक्षित सहयोग को लेकर रणनीति तैयार की गई।
बैठक में प्रधानों ने स्पष्ट किया कि ग्राम स्तर पर विकास तभी संभव है जब पंचायतों को समय पर पर्याप्त धनराशि उपलब्ध हो। आगामी 16 वें वित्त आयोग और छटे राज्य वित्त आयोग की योजनाओं में ग्राम पंचायतों को मजबूत आर्थिक हिस्सेदारी देने की मांग को संगठन प्रमुखता से शासन के समक्ष रखेगा। प्रधानों का कहना था कि योजनाएं तो बनती हैं, लेकिन उनका लाभ तभी संभव है जब उनके लिए पर्याप्त बजट समय से आवंटित हो और क्रियान्वयन की प्रक्रिया में पंचायतों की भूमिका स्पष्ट हो।
ग्राम प्रधानों ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित गौशालाओं में गोवंश के चारे-पानी की व्यवस्था चुनौती बनी हुई है। शासन स्तर से जो बजट आता है वह न तो समय पर मिलता है और न ही पर्याप्त होता है। कई पंचायतों में हालात ऐसे हैं कि प्रधान निजी स्तर पर व्यवस्था करने को मजबूर हैं। यह स्थिति लंबे समय तक नहीं चल सकती, इसलिए सरकार से इस दिशा में ठोस नीति बनाए जाने की मांग की गई। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि संगठन का उद्देश्य किसी सरकार के विरोध या समर्थन से नहीं, बल्कि पंचायतों के हितों की रक्षा और विकास कार्यों को सुचारु रूप से चलाने का है। ग्राम पंचायतें गांव की सरकार होती हैं और इन्हें सक्षम बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि संगठन का स्वर शासन तक पहुंचाने के लिए संवाद की प्रक्रिया को हर ब्लॉक व जनपद स्तर पर गति दी जा रही है।
बैठक में प्रधान संघ के तहसील अध्यक्ष राधाकृष्ण यादव, प्रधान रामनरेश यादव, अरुणेंद्र उर्फ नीलू यादव, पूर्व प्रधान नरेश यादव, प्रधान जेल सिंह शाक्य, सुनील ठाकुर, प्रदीप दिवाकर सहित कई ग्राम प्रधान उपस्थित रहे।
प्रशासनिक स्तर से एडीओ पंचायत प्रशांत पोरवाल, वरिष्ठ सचिव मोहम्मद इम्तियाज अतर, सचिव संजीव यादव, सिद्धार्थ गुप्ता व भानु यादव भी बैठक में शामिल रहे।
चुनावी वर्ष में सक्रिय हुआ प्रधान संगठन, पंचायतों को सशक्त बनाने की रणनीति पर हुआ मंथन
