चुनार। स्थानीय कोतवाली क्षेत्र के दुमदुमा मुहल्ले में बुधवार को इंडियन बैंक के कैशियर के पद पर कार्यरत 46 वर्षीय बबलू बाल्मिकी पुत्र मौला बाल्मिकी ने पंखे के सहारे चादर के टुकड़े से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी उस समय हुई जब उनकी कक्षा आठ में पढ़ने वाली पुत्री श्वेता विद्यालय से घर लौटी और पिता को फंदे से लटका देखा। उसकी चीख पुकार सुनकर अगल बगल के लोग मौके पर जुट गए। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना कजरहट पुलिस चौकी को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को नीचे उतरवाया और आवश्यक कार्रवाई शुरू की। मृतक की पत्नी गीता देवी नरायनपुर ब्लाक में सफाई कर्मी हैं। आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है।
कोतवाल विजय शंकर सिंह ने बताया कि दुमदुमा निवासी बबलू सोनभद्र के राबर्ट्सगंज स्थित बढ़ौली स्थित इंडियन बैंक शाखा में कैशियर के पद पर कार्यरत थे और प्रतिदिन आते जाते थे। घरवालों ने पुलिस को बताया कि बुधवार को वह बैैंक नहीं गए और अपनी पत्नी को ड्यूटी पर भेज कर घर पर रुक गए। इनकी छोटी बेटी श्वेता स्कूल गई थीं । बुधवार को करीब 11 बजे जब वह घर पहुंची तो दरवाजा खुला था। उसने अंदर जाकर देखा तो उसके पिता पंखे में चादर के सहारे लटके हुए थे। जिसके बाद घर में रोना पीटना मच गया। मौके पर सभासद अजय पाल समेत मृतक के साढ़ू अशोक समेत अन्य लोग पहुंच गए। आसपास के लोगों ने बताया कि जिस घर में रहते थे वह मकान पहले उनका था। कई साल उन्होंने मकान बेच दिया था और फिलहाल उसी में किराए पर रह रहे थे। लोगों ने बताया कि वह पिछले कुछ दिनों से परेशाान चल रहे थे। वह किस बात को लेकर परेशान थे इसकी जानकारी नहीं हो सकी। चकगंभीरा चौकी प्रभारी हरिशंकर यादव ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक की बड़ी पुत्री स्वाति का विवाह करीब 6 माह पूर्व हुआ था।।
