फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। फतेहगढ़ स्थित विकास भवन के कार्यालय में आपातकाल से संबंधित लगाई गई प्रदर्शनी का उद्घाटन एवं अवलोकन प्रभारी मंत्री जयवीर सिंह ने किया। फतेहगढ़ स्थित जेजेआर पैलेस में आपातकाल के संदर्भ में आयोजित सेमिनार में उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार द्वारा 1975 में देश पर लगाए गए आपातकाल का यह 50वां वर्ष है। आपातकाल भारतीय लोकतंत्र का वह काला अध्याय है, जिसने लोकतंत्र के सभी मजबूत स्तंभों को कुचलने का प्रयास किया था। भारत के इतिहास में यह दिन कभी भुलाया नहीं जा सकता है। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने एक परिवार विशेष को बचाने के लिए भारत के लोकतंत्र को कमजोर करने का कार्य किया था। 1975 के आपातकाल के बाद 1977 में हुए देश के आम चुनाव में जो लोग इंडिया इज इंदिरा-इंदिरा इज इंडिया का विरोध कर रहे थे, वहीं राजनीतिक दल आज कांग्रेस पार्टी के इंडिया गठबंधन में शामिल है। देश में अगर किसी ने लोकतंत्र को मजबूत करने का कार्य किया तो वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार ने किया है। सांसद मुकेश राजपूत ने कहा भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, लेकिन 1975 में निर्दयी और कू्रर सरकार ने भारतीय लोकतंत्र को बदनाम कर दिया, देश पर आपातकाल का निर्णय लेकर भारतीय लोकतंत्र के चारों स्तंभों पर कुतरघाट किया गया। लोकतंत्र की रक्षा करने वाले लोगों को घरों से उठा उठाकर जेलों में ठूस दिया गया। संचालन वीरेंद्र कठेरिया ने किया।
प्रभारी मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह, सांसद मुकेश राजपूत, जिलाध्यक्ष फतेहचंद वर्मा ने लोकतंत्र सेनानी जगदीश चंद्र पांडे, कैलाश चंद्र गंगवार, राजेंद्र कुमार त्रिपाठी, सतीश चंद्र कटियार, राकेश कुमार कटियार, विजय वर्मा, अगने लाल, चंद्रपाल वर्मा, चंद्रशेखर वर्मा, राजवीर सिंह यादव, सुरेश चंद्र, राधेश्याम को शाल व माला पहनकर सम्मानित किया। इस अवसर पर विधायक मेजर सुनील दत्त द्विवेदी, विधायक नागेंद्र सिंह राठौड़, कुलदीप गंगवार, मनोज अग्रवाल, विधायक डॉ0 सुरभि, सत्यपाल सिंह, डॉ0 भूदेव सिंह राजपूत, रूपेश गुप्ता, डॉ0 रजनी सरीन, डीएस राठौर, हिमांशु गुप्ता, संजीव गुप्ता, शिवांग रस्तोगी, अभिषेक बाथम, रवि बाजपेई, डॉ0 अभिषेक सिंह आदि लोग मौजूद रहे।
आपातकाल दिवस पर लोकतंत्र सेनानियों को प्रभारी मंत्री ने किया सम्मानित
