दो कार्यों के आठ मस्टरोल में की गयी एक ही फोटो अपलोड
शमशाबाद, समृद्धि न्यूज। शमसाबाद विकास खंड की ग्राम पंचायत छछोनापुर पट्टी में रामरूप के खेत से मुन्नालाल के खेत तक चकरोड पर मिट्टी का कार्य होना दर्शाया जा रहा है। ये कार्य पिछले दो दिनों से कागजों में ही चल रहा है। इस कार्य में 3 मस्टरोल दर्शाकर 26 मनरेगा मजदूरों की फर्जी हाजिरी प्रधान संजय व रोजगार सेवक गौतम द्वारा मनरेगा पोर्टल पर अपलोड कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है। वहीं इसी ग्राम पंचायत में एक और कार्य डामर रोड से पूरनलाल के खेत तक चकरोड पर मिट्टी का कार्य दर्शाया जा रहा है। जिसमें 5 मस्टरोल दर्शाकर 43 मनरेगा मजदूरों की फर्जी हाजिरी पोर्टल पर अपलोड की जा रही है। जब मौके पर जाकर इन कार्यों के संबंध में जानकारी की गई तो पता चला कि यह दोनों कार्य सिर्फ और सिर्फ कागजों तक ही सीमित हैं। सबसे मजेदार बात तो यह है कि इन दोनों कार्यों में 17 महिला मजदूरों की भी फर्जी हाजिरी मनरेगा पोर्टल पर फर्जी तरीके से अपलोड की जा रही है।
जब इस संबंध में कार्य करने वाली महिलाओं से बात की गई, तो उन्होंने आश्चर्यचकित होकर कहा कि उन्हें घर के चूल्हे चौके से ही फुर्सत नहीं है तो वह मजदूरी कहां से करने जायेंगी। उन्होंने बताया कि प्रधान संजय व रोजगार सेवक गौतम द्वारा फर्जीवाड़ा किया जा रहा होगा। वह कहीं भी मजदूरी करने नहीं जाती है। इस संबंध में जब गांव के ग्रामीणों से वार्ता की गई तो उन्होंने बताया कि उन्होंने आज तक किसी भी मजदूर को इस जगह काम करते हुए नहीं देखा है। उन्होंने बताया कि प्रधान संजय व रोजगार सेवक के द्वारा दो चार लोगों को खड़ा कर फोटो खींच लिया जाता है और फोटो खींचने के बाद वापस कर दिया जाता हैं। जब हकीकत में मौके पर जाकर देखा गया तो वहां कहीं पर भी एक भी फावड़ा मिट्टी नजर नहीं आई। सबसे आश्चर्यजनक बात ये है कि जब धरातल पर कार्य ही नहीं हो रहा है तो फिर मनरेगा पोर्टल पर मज़दूरों की हाजिरी अपलोड क्यों की जा रही है। वहीं दूसरी तरफ कार्य के दिन में दो बार मनरेगा मजदूरों की हाजिरी अपलोड होने का नियम है, लेकिन हाजिरी फर्जीवाड़ा कर एक बार ही अपलोड होना अपने आप में कई सवाल खड़े कर रहा है। सबसे बड़ी बात यह भी है कि आठों मस्ट रोल में एक तरीके का ही फोटो अपलोड किया गया है। इससे साफ तौर पर जाहिर होता है कि ग्राम प्रधान व रोजगार सेवक गौतम द्वारा भ्रष्टाचार किया जा रहा है।
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