केंद्रीय कर्मचारियों को सरकार का तोहफा, अगले साल से लागू होगा 8वां पे कमीशन केंद्रीय कैबिनेट ने सरकारी कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया है. सरकार ने आठवां पे कमीशन लागू करने का ऐलान कर दिया है. यह 2026 से लागू होगा. अभी तक कर्मचारियों को सातवें पे कमीशन के तहत वेतन मिलता था. इसके अलावा कैबिनेट ने श्रीहरिकोटा में एक नए लॉन्च पैड की अनुमति दे दी है, इससे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के अंतरिक्ष अभियान को गति मिलेगी. कैबिनेट मीटिंंग के बाद ब्रीफिंंग में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी ने केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए आठवें पे कमीशन के गठन को मंजूरी दी है. अगले साल से इसे लागू होना है, लेकिन इसके लिए जल्द ही एक आयोग का गठन किया जाएगा. इसके अध्यक्ष और दो सदस्यों के नाम का ऐलान भी जल्द होगा.
जनवरी 2016 में लागू हुई थीं 7वें वेतन आयोग की सिफारिशें
खबर के मुताबिक, पिछले आयोगों की तरह, इससे सैलरी में बदलाव होने की उम्मीद है। इससे सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ते (डीए) और महंगाई राहत (डीआर) में संशोधन भी शामिल है। इससे पहले 7वें वेतन आयोग की सिफारिशें, जिन्हें नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने जनवरी 2016 में लागू किया था, की अवधि 31 दिसंबर 2025 को खत्म हो जाएगी। करीब एक करोड़ से ज्यादा केंद्रीय सरकारी कर्मचारी और पेंशनभोगी अपने मूल वेतन, भत्ते, पेंशन और बाकी बेनिफिट्स में संशोधन के लिए 8वें वेतन आयोग के गठन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
इतना बढ़ सकता है मूल वेतन
मान लीजिए अगर फिटमेंट फैक्टर को 2.86 पर एडजस्ट किया जाता है, तो 18,000 रुपये का मौजूदा न्यूनतम मूल वेतन संभावित रूप से 51,480 रुपये तक बढ़ सकता है। यहां बता दें, सरकारी कर्मचारियों और पेंशनहोल्डर्स के संशोधित मूल वेतन और पेंशन को तय करने में फिटमेंट फैक्टर अहम भूमिका निभाता है।
श्रीहरिकोटा में तीसरे लॉन्च पैड को मंजूरी
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि कैबिनेट ने श्रीहरिकोटा में तीसरे लॉन्च पैड को मंजूरी दे दी है. यह आधुनिक होगा. इससे नेक्स्ट जेनरेशन लॉन्च व्हीकल के लिए ये मददगार होगा. इस लांच पैड पर राकेट को लिटाकर असेंबल करके वापस सीधा खड़ा किया जा सकेगा. इसकी लागत 3985 करोड़ आएगी. इसकी कैपेसिटी पहले के दो लांच पैड से ज्यादा होगी.
48 महीने में पूरा होगा काम
केंद्रीय मंत्री के मुताबिक श्रीहरिकोटा में तीसरे लॉन्च पैड का काम अगले 48 माह में पूरा कर लिया जाएगा. इसे अगले 30 सालों को ध्यान में रखकर तेयार किया जाएगा. भविष्य में इसरो को मानव चंद्रयान मिशन लॉन्च करने वाला है, उसमें भी इस लॉन्च पैड का प्रयोग किया जाएगा.