समृद्धि न्यूज। इंडियन आर्मी के साथ ही भारतीय नौसेना ने भी वीडियो जारी कर पाकिस्तान को साफ संदेश दिया है। इंडियन नेवी ने वीडियो जारी कर समंदर के वॉरशिप का जबरदस्त एक्शन दिखाया है। भारतीय सेना का ऑपरेशन सिंदूर अभी जारी है। इस बीच इंडियन नेवी ने दुश्मन देश पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि याचना नहीं, अब रण होगा……
भारतीय नौसेना द्वारा सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में समुद्री ताकत का अद्भुत प्रदर्शन दिखाया गया है। पनडुब्बियों, युद्धपोतों और मिसाइलों के जरिए भारत ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि वह न सिर्फ शांति का रक्षक है, बल्कि जरूरत पडऩे पर घातक वार भी कर सकता है। यह वीडियो केवल अभ्यास नहीं, बल्कि दुश्मनों को चेतावनी है, जनता ने इसे देखकर गर्व व्यक्त किया है और नौसेना की आत्मनिर्भरता की सराहना की है। नौसेना भारत की रक्षा में हमेशा मुस्तैद है। हर खतरे को मिटाने में सक्षम है। नेवी ने वीडियो के कैप्शन में गीता का श्लोक भी लिखा है। परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम्.. इसका हिंदी में अर्थ है, साधुओं (भक्तों) की रक्षा के लिए और दुष्टों (पापियों) के विनाश के लिए।
परित्राणाय साधूनां, विनाशाय च दुष्कृताम्
With courage as our compass and duty as our guide, #IndianNavy remains poised — to secure peace and destroy all threats
#CombatReady #AnytimeAnywhereAnyhow pic.twitter.com/TBOCrErimf
— IN (@IndiannavyMedia) May 18, 2025
भारतीय नौसेना ने सोशल मीडिया एक्स पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें नौसेना के तेवर और कलेवर दोनों देखने को मिल रहा है।् इस वीडियो को देखकर दुश्मन देश थर-थर कांपने लगेगा। वीडियो में देश की समुद्री शक्ति का ऐसा प्रदर्शन देखने को मिला है जो हर भारतीय के रोंगटे खड़े कर दे। इस वीडियो में पनडुब्बियों से लेकर युद्धपोतों और मिसाइल दागने वाले सिस्टम तक, सब कुछ ऐसा नजर आ रहा है जैसे भारत यह संदेश दे रहा हो कि हम न सिर्फ शांति के रक्षक हैंए बल्कि जरूरत पडऩे पर विनाश का रास्ता भी जानते हैं।
याचना नहीं, अब रण होगा………
इंडियन नेवी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो अपलोड करते हुए लिखा, साहस और कर्तव्य को अपना मार्गदर्शक मानते हुएए भारतीय नौसेना शांति सुनिश्चित करने और सभी खतरों को नष्ट करने के लिए तैयार है। इंडियन नेवी ने अपने इस वीडियो में राष्ट्र कवि दिनकर की एक कविता याचना नहीं, अब रण होगा….. की पंक्तियां भी लिखी हैं।
हित-वचन नहीं तूने माना,
मैत्री का मूल्य न पहचाना,
तो ले, मैं भी अब जाता हूँ,
अन्तिम संकल्प सुनाता हूँ।
याचना नहीं, अब रण होगा,
जीवन-जय या कि मरण होगा।
टकरायेंगे नक्षत्र-निकर,
बरसेगी भू पर वह्नि प्रखर,
फण शेषनाग का डोलेगा,
विकराल काल मुँह खोलेगा।
रण ऐसा होगा,
फिर कभी नहीं जैसा होगा।
दुश्मनों के लिए चेतावनी
मिसाइलों की आवाज़ और तोपों की गडग़ड़ाहट ऐसे हैं जैसे दुश्मन के दिलों में डर उतार देने वाली चेतावनी, नौसेना के आधुनिक युद्धपोतों से दागी गई मिसाइलें सिर्फ सैन्य शक्ति नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत की तकनीकी प्रगति का प्रतीक भी हैं, पनडुब्बियों की लो-प्रोफाइल रणनीति और सतह पर चलती युद्धक नौकाएं इस बात की पुष्टि करती हैं कि समुद्र में भारत को चुनौती देना आसान नहीं।