फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। फतेहगढ़ शहर की एतिहासिक वा गंगा जमुनी तहज़ीब की मिसाल की लोको स्थिति दरगाह हजऱत मखदूम शाह सय्यद शहाबुद्दीन औलिया अलैहि रहमा में जिल्हज महीने की 16 वी शरीफ बड़े ही धूमधाम से मनाई गई। दूर दराज से आए अकीदतमंदों ने अपने-अपने तरीके से फूल वा चादर पेश की और साथ ही छठा सालाना उर्स कुतुबुल अफताब शमसी तेहरानी अलैहि रहमा टोंकवी का भी मनाया गया। जिसमे सभी मजहब के जायरीनों ने हाजिरी दी और अपनी अकीदत पेश की और लंगर भी तकसीम किया गया। दरगाह के नायब सज्जादा नशीन शाह मुहम्मद वसीम उर्फ मुहम्मद मियां ने खिताब कर कहा की सभी को खानकाहों से अकीदत रखना चाहिए जोकि आपसी भाई चारे को बढ़ावा देती है। दरगाह के नायब सज्जादा नशीन शाह मोहम्मद वसीम साहब ने बताया सूफि संतों ने समाज से बुराइयों को मिटा कर एक साथ समाज की बुन्याद रखी है और चारों ओर मोहब्बत के हमेशा चिराग रोशन करते रहे। इस मौके पर कव्वाल कमालुद्दीन ने कलाम पेश किये। तू बढ़ा गरीब नवाज है, है दयारे फैजो अता यही ये दरे गरीब नवाज़ है। इसी दर मै भी फकीर हु मुझे अपने ख्वाजा पे नाज़ है। हाफिज फरहान सबरी, अयान साबरी व आरिश साबरी ने बेहतरीन अंदाज में कुरान पाक की तिलावत की। इस मौके पर अजहर हुसैन, अंसार साबरी, हाजी इशरत साबरी, रफत हुसैन, हनीफ, मोवीन सबरी राहुल, अंसार साबरी, आकाश, शिवम आदि मौजूद रहे।
16वीं शरीफ पर अकीदतमंदों ने लोको दरगाह पर टेका माथा, की दुआ
