फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। प्रधानाचार्य परिषद ने विद्यालय में गठित ईको क्लब के अन्तर्गत समर कैम्प आयोजित किये जाने को लेकर राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा माध्यमिक को सम्बोधित जिला विद्यालय निरीक्षक को ज्ञापन सौंपा।
प्रधानाचार्य परिषद ने दिये गये ज्ञापन में मांग की है कि सरकारी कर्मचारियों को वर्ष भर में 31 दिन का उपार्जित अवकाश देय है। विद्यालय का शिक्षक वर्ग वैकेशन स्टाफ में आता है। शिक्षक वर्ग को वित्तीय हस्त पुस्तिका के अनुसार समानुपालिक रुप में 30 दिन के उपार्जित अवकाश के सापेक्ष 21 मई से 30 जून तक का ग्रीष्मावकाश स्वीकृत है। ग्रीष्मावकाश में विद्यालय के शिक्षक एवं छात्र-छात्रायें अपने-अपने परिवारों के साथ निजी भ्रमण कार्यक्रम में रहते है। ग्रीष्मावकाश की अवधि में आप 5 जून से 11 जून तक समर कैम्प के आयोजन का निर्देश जारी किया गया है। जो विधिक दृष्टि से उचित नहीं है। ग्रीष्मावकाश की अवधि में ही प्रत्येक वर्ष 21 जून को योग दिवस मनाये जाने का भी कार्यक्रम जारी किया जाता है। इन कार्यक्रमों के कारण विद्यालय के शिक्षक एवं छात्र-छात्रायें ग्रीष्मावकाश का समुचित उपयोग नहीं कर पाते है। साथ ही उपार्जित अवकाश के सापेक्ष ग्रीष्मावकाश की स्वीकृति प्राय: निरर्थक सिद्ध हो रही है। ग्रीष्मावकाश की विधिक स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए शिक्षकगण एवं छात्र-छात्राओं को ग्रीष्मावकाश अवधि से मुक्त रखने की मांग की गई है। समर कैम्प का आयोजन अपरिहार्य है। जो वित्तीय नियम संग्रह खण्ड-२ भाग ४ के मूल नियम ८१ख (१) के द्विवित्तीय प्रतिबंधात्मक खण्ड के अनुसार शिक्षकों को अर्जित अवकाश स्वीकृत प्रदान की जाये। इस मौके पर प्रदेश महामंत्री डा0 संदीप कुमार चतुर्वेदी, जिलाध्यक्ष अनिल सिंह, जिला महामंत्री डा0 बृजभूषण सिंह मौजूद रहे।
ग्रीष्मावकाश में समर कैम्प लगवाना नियम विरुद्ध है, प्रधानाचार्य परिषद
