आलाधिकारी व जनप्रतिनिधि नहीं दे सके कोई सटीक उत्तर
कहीं झंडे हटाने के पीछे सुरक्षा और कानून व्यवस्था का मुद्दा तो नहीं ?
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। जनपद के ब्रह्मदत्त स्टेडियम सहित कई स्थानों पर ऊंचाई पर लगे राष्ट्रीय ध्वज रातोंरात उतर गये, लेकिन इसके पीछे की वजह कोई नहीं बता सका। न ही अधिकारी और न ही जनप्रतिनिधि।
जानकारी के अनुसार पहलगाम हमले के बाद से भारत पाक के बीच तनाव चल रहा था। जिसका भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया था। जिससे पाक को काफी नुकसान पहुंचा था। हालांकि पाक ने भी हमले किये, लेकिन वह सभी नाकाम कर दिये गये। बीते दिन दोनों देशों के डीसीएमओ के बीच हुई वार्ता के बाद दोनों देशों के बीच युद्ध विराम पर सहमति बनी है। हो सकता है कि भारत और पाकिस्तान के बीच विवाद में उच्च स्थानों पर लगे झंडे हटाने के पीछे मुख्य कारण सुरक्षा और कानून व्यवस्था के मुद्दे रहे हों। कुछ मामलों में झंडे हटाने के पीछे राजनीतिक या सामाजिक तनाव भी एक कारण हो सकता है।
कई बार झंडे लगाने के कारण इलाके में तनाव बढ़ता है। जिससे सुरक्षा और कानून व्यवस्था के लिए खतरा पैदा हो सकता है। पुलिस या प्रशासन को ऐसे झंडों को हटाने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है। कुछ मामलों में झंडे को हटाने का निर्णय राजनीतिक या सामाजिक तनाव को कम करने के लिए लिया जाता है। यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है कि किसी भी समुदाय या समूह को किसी भी तरह का नुकसान न हो। वहीं कुछ मामलों में झंडे को हटाने के पीछे अन्य कारण भी हो सकते हैं जैसे कि झंडे की खराब स्थिति या किसी कानूनी या नियामक आवश्यकता का पालन। जब इस संबंध में आला अधिकारी अपर जिलाधिकारी सुभाषचंद्र प्रजापति से बात की गयी, तो उन्होंने कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दिया। साथ ही कहा कि शासन से कोई ऐसा आदेश भी नहीं आया है। जब जिलाधिकारी के असिस्टेंट से बात की गयी, तो उनका कहना था कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है और न ही शासन से ऐसा कोई आदेश आया है। जब सदर विधायक मेजर सुनीलदत्त से जानकारी चाही गयी, तो उन्होंने कहा कि उन्हें झंडे उतरने की कोई जानकारी नहीं है। हो सकता है कि झंडे फट गये हों। फिलहाल जिलाधिकारी से मिलकर नये झंडे शीघ्र लगवाये जायेंगे।