फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। साहित्यिक संस्था अभिव्यंजना की ओर से गीतों के राजकुमार कहे जाने वाले महाकवि पद्म भूषण डॉ0 गोपाल दास नीरज के जन्म शताब्दी वर्ष पर काव्य गोष्ठी का का आयोजन किया गया। गोष्ठी को नीरज की प्रेम सभा है का नाम दिया गया।
संस्था प्रमुख डॉ0 रजनी सरीन के लोहाई रोड स्थित आवास पर हुए कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उप शिक्षा निदेशक/प्राचार्य डायट डॉ0 अनुपम अवस्थी ने कहा कि नीरज कालजयी कवि थे। नीरज के गीतों को पढक़र और सुनकर चार पीढिय़ां जवान हुई हैं। उनके गीत विदेशों में भी गुनगुनाए जाते हैं। अध्यक्षता कर रहीं मान्यवर कांशीराम राजकीय महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ0 शिल्पी सिंह ने कहा कि नीरज के गीतों में प्रेम, करुणा, दर्शन और अध्यात्म भरा हुआ है। उनके गीत सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए प्रेरणादायी हैं और रहेंगे। उनके फिल्मी गीत अत्यन्त साहित्यिक हैं। डॉ0 रामकृष्ण राजपूत ने नीरज से सम्बंधित संस्मरण सुनाये। दिनेश अवस्थी ने सरस्वती वन्दना का गोष्ठी का प्रारम्भ किया। गोष्ठी में ज्योति स्वरूप अग्निहोत्री, रघुनन्दन प्रसाद दीक्षित, ब्रजकिशोर सिंह किशोर, डॉ0 अर्चना त्रिपाठी, रत्नेश पाल, रामशंकर अवस्थी अबोध, रामऔतार शर्मा इन्दु, संजय गर्ग, हेमलता मिश्रा, शिखा सिंह, आरती राजपूत आदि ने काव्य पाठ किया। प्रधानाचार्य रीता दुबे, प्रधानाचार्य डॉ0 संदीप चतुर्वेदी, प्रधानाचार्य शिवओम द्विवेदी, प्रधानाचार्य अनिल सिंह, प्रधानाचार्य प्रमोद गंगवारए, लालजी टंडन आदि लोग मौजूद रहे। संचालन राजेश हजेला ने किया।