फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। जनपद के वरिष्ठ साहित्यकार आचार्य डा0 महेश चन्द्र शर्मा प्रबल की स्मृति में कवि गोष्ठी का आयोजन सेनापति स्थित शर्मा निवास में सम्पन्न हुआ। अध्यक्षता राष्ट्रीय कवि डा0 शिवओम अम्बर ने की। संचालन कृष्णकांत अक्षर ने किया। कवयित्री भारती मिश्रा ने वाणी वंदना से काव्यपाठ किया। राम मोहन ने हांस्य कविता पढ़ते हुए अपनी प्रेमिका के साथ खा रहे थे समोसे, आ गये मौसा मौसी पर श्रोताओं को हंसने पर मजबूर कर दिया। उपकार मणि ने कहा कि लहू लुहान परिंदे उड़ान जारी रख कविता पढ़ी। राम अवतार शर्मा इंदू ने संसार यथार्थ बताया। राम शंकर अवस्थी अबोध ने कहा कि सत्य का आचरण है, कठिन झूठ के व्यापार होते है। बृजकिशोर मिश्रा ने कहा कि आपकी मुस्कान के परिणाम दिखते है। अध्यक्षता कर रहे डा0 शिवओम अम्बर ने कहा कि आधुनिक संसार पर व्याख्यान किया। संचालन कर रहे डा0 कृष्णकांत अक्षर ने भोग एवं योग के समन्वय पर प्रभाव डाला। भारती मिश्रा ने नारी की पीड़ा संजना की मन की पीर कहूं क्या सजनी घर बाहर अंधियारा है। श्याम चतुर्वेदी ने परवाना पर काव्य पाठ किया। सभी को राजेश शर्मा, गोपाल शर्मा, उमेश शर्मा ने शॉल ओड़ाकर सम्मानित किया। आये हुए कवियों ने आचार्य डा0 महेश के चित्र पर पुष्प अर्पित किये। इस मौके पर सोनू मिश्रा, ईशान बबलू, अभिषेक शुक्ला, वैभव सोमवंशी, दीपक रंजन सक्सेना, एके मिश्रा, ओमप्रकाश, बीके श्रीमाली, अखिलेश पाण्डेय, ज्योति शर्मा, अनुराग शर्मा, प्रखर शर्मा, राजेश शर्मा, संतोष आदि मौजूद रहे।
साहित्यकार आचार्य महेश चन्द्र शर्मा की स्मृति में काव्य गोष्ठी सम्पन्न
