फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। सीबीआई अधिकारी बनकर साइबर ठगों ने एक व्यक्ति से 95 हजार रुपये की ठगी कर ली थी। जिसकी पीडि़त ने एनसीआरपी पोर्टल पर शिकायत दर्ज करायी थी। जिसकी जांच फतेहगढ़ साइबर क्राइम टीम ने जांच की और पुलिस द्वारा फ्रॉड करने वाले खातों के विरुद्ध कार्यवाही कर न्यायालय के आदेश के क्रम में 65600 रुपये आवेदक के खाते में वापस कराये।
आवेदक कुलदीप कुमार शर्मा पुत्र सुरेश चन्द्र मूल निवासी ग्राम मथना थाना खैर जिला अलीगढ़ हाल निवासी पुलिस लाइन फतेहगढ़ एनसीआरपी पोर्टल पर शिकायत दर्ज करायी थी। जिसमें दर्शाया था कि साइबर ठगों ने सीबीआई अधिकारी बनकर कॉल किया और परिवार के सदस्य को गिरफ्तार कर उस पर कानूनी कार्यवाही करने की धमकी दी। जिससे मैं घबरा गया। जिसका लाभ लेकर साइबर ठगों ने मुझसे 95 हजार रुपये ठग लिये थे। जिसकी जांच फतेहगढ़ साइबर क्राइम टीम के प्रभारी राजीव कुमार व उपनिरीक्षक सुबोध यादव व उनकी टीम ने जांच की। पुलिस द्वारा फ्रॉड करने वाले खातों के विरुद्ध कार्यवाही कर न्यायालय के आदेश के क्रम में 65600 रुपये आवेदक के खाते में वापस कराये। वहीं दूसरी घटना में पुलिस ने नितिन कुमार मिश्रा पुत्र मुकेश कुमार मिश्रा निवासी मोहल्ला नवदिया कोतवाली फतेहगढ़ की भी साइबर ठगों ने 1 लाख 36 हजार रुपये की ठगी कर ली गई थी। पुलिस ने 1 लाख 22 हजार रुपये के उनके खाते वापस करा दिया। नितिन मिश्रा द्वारा दिल्ली के अस्पताल में डाक्टर के अपॉइन्टमेन्ट हेतु ऑनलाइन सर्च गूगल द्वारा सर्च किया गया। उन्हे साइबर ठगों का नम्बर मिला था। साइबर ठगों ने फर्जी तरीके से 1 लाख 36 हजार रुपये की ठगी कर ली थी। वहीं तीसरी घटना विनय कुमार सक्सेना पुत्र सुरेश चन्द्र सक्सेना निवासी देवरामपुर क्रासिंग के खाते से साइबर ठगों ने 45 हजार रुपये ठग लिये थे। पुलिस ने 45 हजार रुपये आवेदक के खाते में वापस करा दिये। विनय कुमार से साइबर ठगों ने कॉल कर अवैध गतिविधियों में लिप्त होने पर साइबर ठगों ने स्वयं को बड़ा अधिकारी बताकर आवेदक के विरुद्ध कार्यवाही की धमकी देने लगे और कार्यवाही को तुरन्त समाप्त करने की बात कहकर 50 हजार रुपये की मांग की थी। जिसके बाद पीडि़त से 45 हजार रुपये ठग लिये थे।
वहीं पुलिस ने साइबर अपराध होने पर हेल्पलाइन नम्बर 1930 पर तत्काल शिकायत करें अथवा www.cybercrime.gov.in पर शिकायत पंजीकृत करें या नजदीकी साइबर थाने पर शिकायत करें। सतर्क रहे और जागरुक रहें।