रायबरेली--न्यू स्टैंडर्ड बालिका विद्या मंदिर रायबरेली में राष्ट्रीय बालिका दिवस पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर विद्यालय प्रधानाचार्य श्री तारकेश्वर सिंह एवं हेड-मिस्ट्रेस संध्या अग्रवाल ने विद्यालय की बालिकाओं को इस दिन के महत्व के संबंध में जानकारी देते हुए उन्हें उपहार दिये। इसी क्रम में विद्यालय के शिक्षक रमाशंकर पाठक ने बच्चों को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने की जरूरत कब और क्यों महसूस की गई। इसके संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि इस दिन की शुरुआत भारत सरकार ने 2008 में की। इसे महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा लॉन्च किया गया। बालिका दिवस मनाने का उद्देश्य लड़कियों के प्रति समाज में व्याप्त भेदभाव को समाप्त करना और उन्हें समान अवसर प्रदान करना है।
कार्यक्रम के इसी क्रम में प्रधानाचार्य जी ने अपने संबोधन में कहा कि 24 जनवरी 1966 को देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। एक बेटी के देश के सर्वोच्च पद पर आसीन होने पर इस खास दिन को बेटियों के नाम समर्पित करते हुए हर साल 24 जनवरी का दिन राष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने इसके मनाए जाने के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए बालिकाओं की प्रगति हेतु माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा चलाए जा रहे ’बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’, ’सुकन्या समृद्धि योजना’ जैसे अभियानों का जिक्र करते हुए कहा कि यह दिन बालिकाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के साथ-साथ लड़कियों के प्रति समाज में समानता लाने के उद्देश्य की भी पूर्ति करता है।
बालिका दिवस पर आयोजित किए गए प्रोग्राम
