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सावन शिवरात्रि आज, जलाभिषेक मुहूर्त और व्रत विधि

समृद्धि न्यूज। आज सावन माह की शिवरात्रि का पर्व है। यह महादेव को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद पान के लिए सबसे खास दिन है। सावन शिवरात्रि हिंदू धर्म में एक अत्यंत पावन और शुभ पर्व माना जाता है।
सावन माह की शिवरात्रि को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। वैसे तो मासिक शिवरात्रि हर माह आती है, लेकिन श्रावण माह में पडऩे वाली शिवरात्रि का विशेष महत्व होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि श्रावण भोलेनाथ का प्रिय माह होता है। इस माह में पडऩे वाली मासिक शिवरात्रि को सावन शिवरात्रि के नाम से जाना जाता है। सावन शिवरात्रि के व्रत का भी विशेष महत्व है। इस दिन लोग अपने दांपत्य जीवन को सुखमय बनाने के लिए व्रत करते हैं। साथ ही कुंवारी कन्याएं योग्य वर की प्राप्ति के लिए इस व्रत को करती हैं। सावन शिवरात्रि के दिन इस बात का खास ख्याल रखें कि जो लोग सुबह शिव जी पर जल चढ़ाना चाहते हैं वो ब्रह्म मुहूर्त में पूजन करें। हालांकि शिवरात्रि पर निशिता मुहूर्त में जलाभिषेक करना श्रेष्ठ होता है।

सावन शिवरात्रि की तिथि

  • सावन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि आरंभ: 23 जुलाई, प्रात: 04:39 मिनट पर
  • सावन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि समाप्त:24 जुलाई, देर रात 02:28 मिनट पर
  • इस तरह 23 जुलाई को सावन माह की शिवरात्रि मनाई जाएगी।

सावन शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त

  • निशिता काल पूजा समय: 23 जुलाई, 12:07 मिनट से 12:48 मिनट तक
  • भद्रावास योग: दोपहर 03:31 मिनट तक
  • हर्षण योग: दोपहर 12:35 मिनट से

पूजन विधि:-

  • सावन शिवरात्रि के दिन सुबह स्नान के बाद व्रत का संकल्प लें,
  • गंगाजल, दूध, दही, शहद, घी और शक्कर यानी पंचामृत से शिवलिंग का अभिषेक करें
  • बेलपत्र, भांग, धतूरा, सफेद फूल, चंदन, फल और धूप-दीप अर्पित करें
  • महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें और फिर रात्रि काल में जलाभिषेक करें,
  • रात्रि जागरण करें, रातभर शिव भजन, स्तोत्र या शिव पुराण का पाठ करें
  • अगले दिन शुभ मुहूर्त पर व्रत का पारण करें

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