बीते नौ महीनों से अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स अपने साथी बुच विल्मोर के साथ स्पेस में फंसी हुई है. विमान में तकनीकी खराबी होने के कारण 8 दिन में लौटने वाली सुनीता विलियम को अंतरिक्ष में 9 महीने हो चुके हैं, लेकिन अब राहत की बात यह है कि नासा और स्पेसएक्स का क्रू-10 मिशन इस समय इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पहुंच गया है, यानी कि अंतरिक्षयात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर के पास अंतरिक्ष में पहुंच गए हैं. इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है.
#WATCH | Stranded for 9 months at International Space Station (ISS), astronauts Butch Wilmore and Sunita Williams to return to earth
A SpaceX rocket carrying a new crew has docked at the International Space Station (ISS) as part of a plan to bring astronauts home. The astronauts… pic.twitter.com/rb38BeCEQ6
— ANI (@ANI) March 16, 2025
नासा और स्पेस का क्रू-10 मिशन इस समय इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में पहुंच चुका है. यह अंतरिक्ष यात्री फाल्कन-9 रॉकेट के जरिए क्रू-10 मिशन ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से पहुंचा है. यात्रियों के पहुंचते ही फाल्कन 9 रॉकेट की डॉकिंग सफल तरीके से हुई. इसके बाद हेच खुला और अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बंच विल्मोर से मिले.
साथियों से मिली सुनीता विलियम्स
क्रू-10 की सफल डॉकिंग के बाद, जैसे ही सुनीता विलियम्स और बुज विल्मोंर से बाकी अंतरिक्ष यात्री मिले तो दोनों के चेहरे पर खुशी की लहर छा गई. अपने साथियों को देख दोनों ही बेहद खुश हुए और उनसे गले लग गए. सभी ने डांस किया और सेलिब्रेट किया. नासा के अंतरिक्ष यात्रियों का फाल्कन 9 रॉकेट सुबह 9:40 बजे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर पहुंचा. अंतरिक्ष में जाने वाले सदस्यों में अमेरिका के दो अंतरिक्ष यात्री एन मौक्केलन और निकोल आयर्स है, जापान के अंतरिक्ष यात्री तुकुया ओनिशी और रूस के किरिल पेस्कोव है.
9 महीने बाद घर वापसी की तैयारी
Crew-10 के आने के बाद ISS पर कुल 11 अंतरिक्ष यात्री मौजूद हैं, लेकिन जल्द ही सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर Crew-9 के अन्य सदस्यों, अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री निक हेग और रूसी कॉस्मोनॉट अलेक्जेंडर गोर्बुनोव के साथ धरती की ओर लौटेंगे. इस सफर के लिए स्पेसएक्स का ड्रैगन कैप्सूल पहले से ही तैयार है, और 19 मार्च से पहले उनकी वापसी तय मानी जा रही है.
कैसा रहेगा वापसी का सफर?
अंतरिक्ष में लंबे समय तक रहने के बाद धरती पर लौटने की प्रक्रिया आसान नहीं होती. सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर को कई मेडिकल जांचों से गुजरना होगा, क्योंकि माइक्रोग्रैविटी में महीनों बिताने के बाद शरीर को वापस सामान्य होने में समय लगता है. आमतौर पर अंतरिक्ष यात्रियों को चक्कर, मतली और मांसपेशियों में कमजोरी महसूस होती है, इसलिए नासा उनकी सेहत पर कड़ी नजर रखेगा.
सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर के लिए यह मिशन किसी परीक्षा से कम नहीं था. कई महीनों तक वापसी में देरी के बाद आखिरकार वे घर लौट रहे हैं. यह सफर उनके धैर्य और साहस का उदाहरण बन गया है. अब पूरी दुनिया उनकी सुरक्षित वापसी का इंतजार कर रही है.