समर्थन सेवा फाउंडेशन द्वारा परशुराम जन्मोत्सव पर काव्य गोष्ठी का हुआ आयोजन
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। समर्पण सेवा फाउंडेशन के तत्वावधान में भगवान परशुराम जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में भगवान परशुराम पूजन एवं कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। नुनहाई स्थित हिंदी भवन में आयोजित कवि सम्मेलन में आचार्य प्रदीप नारायण मिश्र ने भगवान परशुराम पूजन कराया। अध्यक्षता कर रहे दुर्वासा ऋषि आश्रम प्रमुख महंत ईश्वर दास ने कहा कि जब धरती पर अत्याचार, अनाचार बढ़ता है तब एक नए परशुराम का जन्म होता है, अपने धर्म की रक्षा के लिए शस्त्र उठाना पड़ता है। उन्होंने कश्मीर के पहलगांव की घटना की जमकर निंदा की और कहा कि आतंकवादियों ने जब निर्दोष पर्यटकों पर हमला किया, तब उनसे जाति नहीं पूछी बल्कि धर्म पूछा। इसलिए पूरे सनातन धर्म को संगठित होने की आवश्यकता है। इटावा से आए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय कवि पंडित रोहित चौधरी ने देश नहीं बैठा है केवल निंदा की अभिलाषा में, इनको उत्तर देना होगा इजरायल की भाषा में पंक्तियां पढ़ीं। बरेली नबाबगंज से आए डॉ0 चेतन चैतन्य ने कहा आखिर कब तक खड़े रहोगे तुम फूलों का हार लिए, दुश्मन सम्मुख खड़ा हुआ है हाथो में तलवार लिए, एक बार में रोज रोज के झगड़े का सोपान लिखो, समय आ गया दुश्मन की छाती पे हिन्दुस्तान लिखो रचना पढ़ी। कवि डॉ0 संतोष पाण्डेय ने ऋषियों की तपोभूमि है, वेदों कि शान है, हां जी, हमारे बाप का हिन्दोस्तान है, ये देश शिखंडियों का रहा है न रहेगा, श्रीराम के कांधे पे सदा धनुष-बाण है पंक्तियां पढ़ीं। वरिष्ठ कवि राम अवतार शर्मा इंदु ने त्याग तप के अनन्य जागृत उदाहरण, तेज और शौर्य के स्वरूप आप छबि धाम। मातृ पितृभक्ति के सजीव प्रतिरूप इन्दु, अंश परमेश्वर के सत्यवान पूर्ण काम। कोटि कोटि ब्रह्मवंशियो की प्रेरणा के श्रोत रुद्र के उपाशक अतुल श्री परशुराम छंद पढ़ा। विशिष्ट अतिथि बॉबी दुबे आजाद ने देश के क्रांतिकारियों को नमन कर देश की आजादी में फर्रुखाबाद की भूमिका अहम रही है। कवि सम्मेलन में कुमार विवेक कन्नौज, देवेश तिवारी सवायजपुर, विशाल श्रीवास्तव, राम मोहन शुक्ल, दिलीप कश्यप, प्रियांशु पाण्डेय, देवेश तिवारी, अनुराग दीक्षित, स्मृति अग्निहोत्री आदि ने काव्य पाठ किया। संस्था अध्यक्ष रोहित दीक्षित ने सभी का आभार व्यक्त किया। संचालन वैभव सोमवंशी ने किया। सभी श्रोताओं का पट्टिका पहनाकर व चंदन तिलक कर स्वागत किया गया। इस अवसर पर सरल दुबे, भईयन मिश्रा, विमलेश मिश्रा, प्रमोद दीक्षित, सुरेन्द्र पाण्डेय, नवीन मिश्रा, अमन अवस्थी, शिवराम कश्यप, नीरज शर्मा, संजीव वर्मा, राहुल वर्मा, अंकुर श्रीवास्तव, अभिषेक शुक्ला, प्रीति तिवारी, सदानंद शुक्ला, वर्मा कश्यप, पूनम पाठक, रितेश दीक्षित, अर्पण शाक्य, अरविंद दीक्षित, अनुज मिश्रा, आलोक मिश्रा, भूपेंद्र प्रताप सिंह, अनिल प्रताप सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।
देश नहीं बैठा है केवल निंदा की अभिलाषा में, इनको उत्तर देना होगा इजरायल की भाषा में
