समर्थक अपने-अपने प्रत्याशी की जीत का कर रहे है दावा
हजारों से लाखों में पहुंच गया सट्टा बाजार
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। 40वीं लोकसभा के मतदान १३ मई सोमवार को मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। जिसको लेकर पार्टी व उनके समर्थक अपने-अपने प्रत्याशी की हार-जीत को लेकर गोटे बिछाई है। वहीं सट्टा बाजार भी गर्म है। भाजपा से दो बार के सांसद मुकेश राजपूत इस बार हैट्रिक लगाने के लिए बेताब है। स्वच्छ छवि के प्रत्याशी डा0 नवल किशोर शाक्य को सपा ने पहली बार लोकसभा का प्रत्याशी बनाया है। दोनों प्रत्याशियों में कड़ा मुकाबला है। पार्टी के नेता व कार्यकर्ता तथा समर्थक अपने-अपने प्रत्याशी को जिताने के लिए कयास लगा रहे है। पूरे दिन कार्यकर्ताओं ने गोटे बिछाई। साथ ही साथ सट्टा बाजार भी गर्म है। मुकेश राजपूत का दस वर्ष का कार्यकाल एक तरफ है। जनता की बहुत सारी अपेक्षाये थी उन पर वह खरे नहीं उतरे। सबसे बड़ी अपेक्षा गंगा एक्सप्रेस-वे जनपद से छिन जाने के कारण इस चुनाव में विरोधियों को यह मुद्दा भी भुनाने को मिला है। कोई भी जनपद में उद्योग न लगने के कारण लोगों को दर्द है। हजारों युवा बेरोजगार घूम रहा है। किसानों की बाजिव मूल्य न मिलने के कारण उनकी भी कोई सरकार ने नहीं सुनी और उन्हें भी एक साल तक आंदोलन करना पड़ा था। इस बार बड़ी संख्या में भाजपा से शाक्य, मौर्या, कुशवाहा, सैनी वोट खिसक गया है। केवल लोधी वोट ही भाजपा के पास बचा है। ब्राह्मण, ठाकुर, वैश्य समाज के वोट निर्णायक भूमिका अदा कर सकते है, जबकि अन्य पिछड़ा वर्ग का वोट भी भाजपा के साथ पूरी तरह नहीं माना जा सकता है। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी डा0 नवल किशोर शाक्य पहली बार चुनाव मैदान में है। क्षेत्रीय जनता को उनसे काफी उम्मीदे है। ऐसे में किस प्रत्याशी का भाग्य 4 जून को सितारा बनकर उभरेगा, यह तो ४ जून को ही पता चल पायेगा। वैसे तो डा0 नवल किशोर शाक्य सरल स्वभाव के व्यक्ति है। चिकित्सक होने के नाते वह काफी लम्बे समय से समाज के साथ जुड़े हुए है। इसका भी उन्हें लाभ मिल सकता है। अब देखना यह है कि मतदाता किसके साथ सर्वाधिक संख्या में खड़ा दिखायी देता है। अभी किसी भी प्रत्याशी की जीत को लेकर कयास ही लगाये जा सकते है, लेकिन इस बार का चुनाव त्रिकोणी न होकर आमने-सामने का है।
इस बार त्रिकोणीय नहीं भाजपा-सपा में कांटे का मुकाबला
