पर्यावरण पर संगोष्ठी व प्रतियोगिताओं का हुआ आयोजन
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। मदन मोहन कनोडिया बालिका इंटर कालेज में संस्कार भारती द्वारा आयोजित कार्यशाला में अन्तर्राष्ट्रीय पर्यावरण दिवस पर चित्रकला व प्रदर्शनी एवं भाषण, लघु नाटिका व वृक्षारोपण एवं प्रकृति के संरक्षण पर जन जागरण किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर ध्येय गीत के साथ हुआ। बच्चों ने नन्ही तूलिका से चित्र के माध्यम से भविष्य का संकट उकेरकर चेतावनी दी। सुरेन्द्र पाण्डेय ने पर्यावरण संरक्षण पर विचार व्यक्त करते हुए कहा कि पर्यावरण बचाव। सरिता दीक्षित, माही मिश्रा, हिमांशी राठौर, मोनिका कहकशा ने अपने पर्यावरण विषय पर विचार व्यक्त करते हुए लघु नाटिका के माध्यम से पर्यावरण सुरक्षित व संरक्षित रखने पर बल दिया। संस्कार भारती ने पर्यावरण मित्र पारुल जैन को सम्मानित किया। साथ ही बच्चों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने कचरा निस्तारण एवं पर्यावरण पर विचार रखे। मुख्य अतिथि के रुप में पहुंची श्वेता दुबे ने कहा कि सिंगल प्लास्टिक यूज का प्रयोग न करें। धरती के लिए यह घातक है। प्लास्टिक के स्थान पर कागज व कपड़ों के थैले प्रयोग करें। वृक्षारोपण में फलदार, छायादार, फूलदार वृक्षों का रोपण करें। साथ ही लोगों को पौधे देकर सम्मानित करें। वृक्ष हमारी धरती के आभूषण है। नदियां और वायु हमारा जीवन है। विद्यालय की प्रधानाचार्या सुमन त्रिपाठी ने कहा कि गर्मी का संकट मानव समाज और राष्ट्र के लिए घातक है। इसलिए पर्यावरण संरक्षण बहुत जरुरी है। समाज और राष्ट्र के लिए पौधे अवश्य लगाये। इस अवसर पर डाक्टर सर्वेश श्रीवास्तव, रविन्द्र भदौरिया, कुलभूषण श्रीवास्तव, रामऔतार शर्मा इंदू, अरविन्द दीक्षित, आदेश अवस्थी, अनिल प्रताप सिंह, अनुभव सक्सेना, समरेन्द्र शुक्ला, आकांक्षा सक्सेना, रजनी लौगानी, साधना श्रीवास्तव, हेमलता सक्सेना, अध्यक्ष डाक्टर नवनीत गुप्ता, निहारिका पटेल, शिक्षिका दर्शना शुक्ला, पूनम शुक्ला, प्रबंधक सुनील अग्रवाल, सुधेश दुबे, पंकज वर्मा आदि लोग मौजूद रहे। संचालन अर्पण शाक्य ने किया। वंदे मातरम के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
वृक्ष हमारी धरती के आभूषण है, नदियां और वायु हमारा जीवन: श्वेता दुबे
