समृद्धि न्यूज। अमेरिका ने एक बड़ा कदम उठाते हुए पाकिस्तान में स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) को विदेशी आतंकी संगठन घोषित कर दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने गुरुवार को यह जानकारी दी। रुबियो ने कहा कि यह कार्रवाई राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से पहलगाम आतंकी हमले के लिए न्याय दिलाने की प्रतिबद्धता को दिखाती है। इसने पहलगाम में हुए हमले की जिम्मेदारी ली थी। जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे। यह 2008 में लश्कर द्वारा किए गए मुंबई हमलों के बाद से भारत में नागरिकों पर किया गया सबसे घातक हमला था। टीआरएफ ने भारतीय सुरक्षा बलों पर कई हमलों की जिम्मेदारी भी ली है, जिनमें हाल ही में 2024 में हुए हमले भी शामिल हैं। इस घोषणा से टीआरएफ के वित्तीय और यात्रा संसाधनों पर अमेरिकी प्रतिबंध लागू होंगे और इसे वैश्विक स्तर पर आतंकवाद प्रायोजक घोषित किया जाएगा।
ये कदम भारत के साथ सहयोग का प्रमाण: रुबियो बोले
अमेरिकी विदेश मंत्री मर्को रुबियो ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमला 2008 के मुंबई हमलों के बाद भारत में नागरिकों पर हुआ सबसे बड़ा आतंकी हमला था। उन्होंने यह भी कहा कि यह कार्रवाई अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई और भारत के साथ सहयोग का प्रमाण है।
टीआरएफ जिसे भारत और वैश्विक खुफिया दस्तावेजों में एक छद्म लश्कर-ए-तैयबा समूह के रूप में देखा जाता है। इसने पिछले वर्षों में कश्मीर में नागरिकों और सुरक्षाबलों पर कई हमले किए हैं। ट्रंप प्रशासन की यह पहल टीआरएफ के लिए वित्त स्रोत और किसी अमेरिकी या अंतरराष्ट्रीय सहयोग पर रोक लगाएगी। अमेरिका का यह कदम दोनों देशों के साझा सुरक्षा सहयोग को और मजबूत करेगा।