पूर्वी इंडोनेशिया में हुए ज्वालामुखी विस्फोटों की एक श्रृंखला के बाद कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई है। वहीं ज्वालामुखी विस्फोट के बाद आसपास के गांवों में आग के गोले और राख फैल गए हैं, जिसमें कई घर जलकर खाक हो गए हैं। पर्यटक द्वीप फ्लोरेस पर मौजूद 1,703 मीटर ( लगभग 5,587 फीट) ऊंचे ज्वालामुखी माउंट लेवोटोबी लाकी-लाकी में विस्फोट सोमवार की आधी रात के बाद हुआ, जिसके कारण अधिकारियों को कई गांवों को खाली कराना पड़ा।
इंडोनेशिया के पूर्वी द्वीप फ्लोर्स में सोमवार को माउंट लियोटोबी लाकी-लाकी ज्वालामुखी में विस्फोट में 10 लोगों की मौत हो गई। वोल्कैनो में रविवार (3 नवंबर) को करीब 24 मिनट तक विस्फोट हुआ। इसके बाद यह रातभर कई बार फटा और सुबह करीब 6 बजे 300 मीटर की ऊंचाई तक राख का गुबार उठता नजर आया। ज्वालामुखी विस्फोट की वजह से दर्जनों भूकंप भी आए। फिलहाल इंडोनेशिया की सरकार ने और झटकों की आशंका जताई है। ज्वालामुखी फटने से 7 गांवों में रह रहे 10 हजार लोगों को नुकसान हुआ है। इस दौरान कई घर भी जलकर राख हो गए। लोगों ने बताया कि विस्फोट के बाद ऐसा लग रहा था जैसे आग के गोले घरों पर गिर रहे हैं।
वे अपना घर छोड़कर इधर-उधर भागने लगे। प्रशासन ने लोगों को वोल्कैनो के 7 किलोमीटर के दायरे से दूर रहने की सलाह दी है। माउंट लाकी-लाकी के पास 5 गांवों को खाली करा लिया गया है। इसके अलावा लोगों को धुएं के असर से बचने के लिए मास्क लगाने की सलाह दी है।