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नीति आयोग की बैठक में क्या-क्या हुआ? निवेशकों को आकर्षित और रोजगार सृजन के लिए दूर करें बाधाएं

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से निवेश को प्रोत्साहित करने और रोजगार पैदा करने के लिए नीतिगत अड़चनों को दूर करने को कहा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अगर केंद्र सरकार और राज्य मिलकर टीम इंडिया की तरह काम करें तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में शनिवार को नीति आयोग की 10वीं गवर्निंग काउंसिल की मीटिंग हुई। इस बैठक में 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में से 31 ने भाग लिया। यह गवर्निंग काउंसिल की अब तक की सबसे अधिक भागीदारी है। बैठक के बाद नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने बताया कि कर्नाटक, केरल, पश्चिम बंगाल, बिहार और पुडुचेरी नीति आयोग परिषद की बैठक में शामिल नहीं हुए।
उन्होंने कहा कि भारत एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है। मुझे लगता है कि देश एक ऐसे चरण में है, जहां यह बहुत तेजी से विकास कर सकता है, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने सभी राज्यों से अपने स्तर पर विजन दस्तावेज तैयार करने का आह्वान किया और यह भारत के विकास में पहले से ही दिखाई दे रहा है, हम चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, हम चार ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था हैं। आज भारत जापान से भी बड़ा है।

सभी ने ऑपरेशन सिंदूर का किया समर्थन: सुब्रह्मण्यम

नीति आयोग की 10वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक के बारे में पत्रकारों को जानकारी देते हुए सीईओ बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने कहा कि बैठक में मौजूद सभी लोगों ने सर्वसम्मति से पाकिस्तान में आतंकी ढांचे को नष्ट करने के लिए भारत की तरफ से शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यों से कृषि, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा पर ध्यान केंद्रित करने का भी आग्रह किया।

तीन साल में बन जाएंगे तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था

उन्होंने कहा कि अगर हम उसी पर टिके रहें, जो योजना बनाई जा रही हैए जिस पर विचार किया जा रहा हैए तो यह अगले 2.5-3 साल की बात हैए हम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे। उन्होंने कहा कि अच्छी बात यह है कि लगभग 17 राज्यों ने अपने विजन तैयार कर लिए हैं और जारी कर दिए हैं या जारी करने वाले हैं। उनमें से पांच ने विजन जारी कर दिए हैं. यूपी, पंजाब, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, गुजरात और अन्य अगस्त तक विजन जारी कर देंगे।

नीति आयोग की बैठक में शामिल थे दो एजेंडे

उन्होंने आगे बताया कि बैठक के एजेंडे में कार्रवाई रिपोर्ट के अलावा दो आइटम शामिल थे। सबसे पहले, बैठक का विषय और एजेंडे में पहला आइटम श्विकसित भारत के लिए विकसित राज्य था। पूरा विचार यह है कि पिछली गवर्निंग काउंसिल में, प्रधानमंत्री ने सभी राज्यों से अपन-अपने राज्य के विजन तैयार करने का आह्वान किया था, ताकि उनके पास ऐसे विजन हों जो बाद में एक बड़े समूह में समाहित हो जाएं। राष्ट्र के लिए विजन। इसलिए मुझे लगता है कि पिछले एक साल से एजेंडा इसी पर आधारित है और यही कारण है कि आज की गवर्निंग काउंसिल की बैठक का मुख्य विषय यही रहा।

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