फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। दानवीर भामाशाह की जयंती उद्योग व्यापार मण्डल महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष सोनी शुक्ला ने अपने निवासी पर महिला व्यापारियों के साथ मनायी। सभी ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। सोनी शुक्ला ने कहा कि दानवीर भामाशाह मेवाड़ के एक प्रसिद्ध योद्धा, मंत्री और महाराणा प्रताप के सहयोगी थे। उनका जन्म 2८ अप्रैल, 1547 को राजस्थान के मेवाड़ राज्य में हुआ था। वे एक धनी व्यापारी थे और उन्होंने महाराणा प्रताप को मुगल शासकों के खिलाफ युद्ध में मदद करने के लिए अपनी सारी संपत्ति दान कर दी थी। भामाशाह ने अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए महाराणा प्रताप को अपना सब-कुछ न्यौछावर कर दिया। उन्होंने दूजों की भलाई के लिए जीवनभर दान किया। ऐसे दानवीर को आज भी व्यापारी वर्ग याद कर रहा है। इतिहासकार बताते हैं कि उनके पिता भारमल्ल तथा माता कर्पूरदेवी थीं। भारमल्ल राणा सांगा के समय रणथम्भौर के किलेदार थे। अपने पिता की तरह भामाशाह भी राणा परिवार के लिए समर्पित थे। आज हम दानवीर भामाशाह से सीख लेकर समाज हित में कुछ करते रहे और जरुरत पडऩे पर अपनी सुविधानुसार दान भी करें। क्योंकि इतिहास गवाह है हर कार्य में पुरुष के साथ महिलाओं का भी योगदान है। जयंती कार्यक्रम में जिला महामंत्री हेमलता मिश्रा, नेहा मिश्रा, उमा सिंह, जावित्री बाथम, रेखा कश्यप आदि महिलायें मौजूद रही।
फोटो खिंचवइया व्यापारी भूल गये दानवीर भामाशाह की जयंती मनाना
फर्रुखाबाद। जनपद में व्यापार मण्डल के सात संगठन कार्य कर रहे है। ऐसे में व्यापारी दानवीर भामाशाह की जयंती तक मनाने का नहीं सोंचा। केवल फोटो खिंचाने के शौकीन व्यापारी अपने पूर्वजों को ही भूल जाते है और व्यापार मण्डल के नाम पर राजनीति करते है। जब बात कार्यक्रम की आती है तो पीछे हट जाते है। ऐसे में एक दो संगठन को सक्रिय है। वहीं दो-तीन संगठन सक्रियता के नाम पर फोटो खिंचाने तक सीमित रह जाते है। प्रशासन भी जान चुका है यह व्यापारियों के नाम पर फोटो खिंचवइया व्यापारी है। अब व्यापार मण्डलों के संगठन रामभरोसे है। महिला मोर्चा ही सक्रिय दिखायी पड़ा, जो हर कार्यक्रम में बढ़-चढक़र भाग लेता है।