सच्चा आदमी सदैव ईश्वर को साक्षी मानकर कार्य करता है-लू
समृद्धि न्यूज़ अयोध्या। प्रमुख सचिव परिवहन, विभागाध्यक्ष यूपीएसआरटीसी तथा महानिदेशक उपाम एल. वेंकटेश्वर लू की अध्यक्षता में शनिवार को सड़क सुरक्षा एवं कर्मयोगी निर्माण अभियान के अन्तर्गत शिक्षा व परिवहन विभाग तथा भारतीय चरित्र निर्माण संस्थान द्वारा संयुक्त रूप से वृद्ध लोक संवाद कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया।यह आयोजन भवदीय पब्लिक स्कूल में शिक्षको,प्रर्धानाचार्यों और प्रबंधको के लिए आयोजन किया गया।कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राम कृष्ण गोस्वामी,अपर आयुक्त (प्रशासन) अजय कुमार सैनी, संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) सुश्री ॠतु सिंह, उच्चतर माध्यमिक शिक्षा निदेशक ओम प्रकाश गुप्ता तथा जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ राजेश कुमार आर्य रहे।कार्यक्रम का शुभारम्भ मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन के साथ हुई जिसके बाद राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की शिक्षिकाओं व छात्राओं ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। स्वागत की कड़ी में अतिथियों को पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया गया।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अध्यक्षता कर रहे प्रमुख सचिव परिवहन विभाग श्री लू ने कहा कि जो आदमी सच्चा होता है वह ईश्वर को साक्षी मानकर कार्य करता है। कर्मयोगी बनने के लिये भाग प्रवृत्ति छोड़ना होगा।उन्होंने कहा कि पर हित ही धर्म है।लोगों को अपने मन में पर हित की भावना रखनी होगी।पद मिला है समाज की सेवा के लिए लेकिन लोग माया व मोह में फंस चुके है।श्री लू ने कहा कि जो व्यक्ति कर्म से चोरी करता है,वह तामसिक होता है और जो लोग दूसरों को नीचा दिखाने में लगे रहते है,वे भी तामसिक व्यक्ति होते है।उन्होंने कहा कि जो लोग कर्मयोग करते है,वे विवेकशील होते है।मुख्य वक्ता आचार्य गोस्वामी ने बताया कि उत्तर प्रदेश निर्माण अभियान का शंखनाद धर्मनगरी अयोध्या में लोक संवाद योजना के अन्तर्गत किया जा रहा है।भारतीय चरित्र निर्माण संस्थान ने आज गीता धर्म विज्ञान का शुभारंभ अयोध्या से किया है।उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने विश्व मानव कल्याण की विधि व्यवस्था स्थापना को ही सनातन धर्म घोषित किया है जिसका भगवत गीता में वैज्ञानिक दर्शन है।उन्होने गीता आदि ग्रंथों का संदर्भ देते हुए कर्मयोगी बनने के लिए चार मूल मंत्र जिसमें गीता ज्ञान,सड़क सुरक्षा मानव रक्षा को विश्व रक्षा बताते हुए उत्तर प्रदेश में दुर्घटनाओं की संख्या को कम करने पर बल दिया।उन्होंने बताया कि मन और विवेक को काबू में रखकर वाहन चलाना चाहिए तथा क्रोध व नींद की दशा में वाहन का संचालन नहीं करना चाहिए।अपर आयुक्त (प्रशसन) श्री सैनी ने गीता को सड़क सुरक्षा के साथ जोड़ते हुए कहा कि गीता के आत्मसातीकरण से लोगों में अच्छे कर्म की भावना आएगी जिससे लोग सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन कर सकेंगे। सम्भागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) सुश्री सिंह ने उपस्थित अतिथियों का स्वागत करने के बाद मिशन कर्मयोगी के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुये बताया कि यह भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है जिसमें भारतीय सिविल सेवकों और कर्मचारियों में कौशल विकास कर उन्हें रचनात्मक,कल्पनाशील, प्रगतिशील,सक्षम,व्यवसायिक तथा तकनीकी योग्यता से परिपूर्ण बनाने के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है जिससे लोग अपने कर्तव्यों का पालन करें ताकि देश को सुरक्षित एवं सुदृढ बनाया जा सके।उन्होंने बताया कि इसमें परिवहन विभाग द्वारा आनलाइन सेवाओं के माध्यम से परिवहन मंत्री के नेतृत्व में जनता को सीधे सुविधाएं प्रदान किया जा रहा है जिसमें उत्कृष्टता तथा पारदर्शिता परिलक्षित होती है।सुश्री सिंह ने बताया कि इसमें सभी जनमानस, ट्रांसपोर्टस,चालक और विभिन्न वर्गों के लोगों का आचरण तथा व्यवहार उत्कृष्ट बना रहे जिससे वे देश के निर्माण में अपना योगदान पूरी क्षमता से कर सके।इसके अतिरिक्त उनके द्वारा सड़क सुरक्षा के पांच-ई,जिसमें एजूकेशन,इन्फोर्समेंट, इंजीनियरिंग और इमरजेंसी शामिल हैं,के बारे में जानकारी दी गयी।सुश्री सिंह द्वारा यह भी बताया गया कि शासन के निर्देशानुसर स्कूली वाहनों के संबंध में एक विशेष अभियान चलाया गया है,जिससे अन्तर्गत स्कूल प्रबंधकों/प्रधानाचार्यों के साथ बैठक कर उन्हें स्कूली वाहन नियमावली के बारे में बताया गया है।शिक्षा व पुलिस विभाग की सराहना करते हुए उन्होने कहा कि हम सभी सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए गम्भीर है परन्तु इसके लिए जन सहयोग की आवश्यकता है जिसके लिए ही इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है।सुश्री सिंह ने कहा कि मयूफिथ की प्रेरणा से नियमों का पालन करना चाहिए,सिर्फ चालान के भय से सड़क सुरक्षा और मिशन कर्मयोगी सफल नहीं हो सकता।कार्यक्रम में मुख्य रूप से संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) विश्वजीत प्रताप सिंह, सह तथा जिला विद्यालय निरीक्षक अवनीश कुमार पाण्डेय सहित जिले के शासकीय व अशासकीय विद्यालयों प्रधानाचार्य,प्रधानाचार्या, शिक्षक,शिक्षिकाएं तथा छात्र छात्राएं उपस्थित रहीं।
ग्रीन रूट रुप में दिखेंगे हाइवे, सिर्फ इलेक्ट्रिक वाहनों को मिलेगी इंट्री
अयोध्या। शनिवार को शिक्षा व परिवहन विभाग तथा भारतीय चरित्र निर्माण संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुए कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे प्रदेश के प्रमुख सचिव परिवहन एल वेंकटेश्वर लू ने बताया कि अयोध्या से जुड़े चार हाईवे आने वाले वर्षों में ग्रीन रूट घोषित होंगे।उन्होंने बताया कि प्रयागराज,वाराणसी,लखनऊ तथा गोरखपुर मार्ग पर सार्वजनिक परिवहन के लिए सिर्फ इलेक्ट्रिक वाहन चलाये जायेंगे और धीरे धीरे इन मार्गों को डीजल वाहनों से मुक्त करा दिया जाएगा।श्री लू ने बताया कि तकरीबन पांच सौ करोड़ रुपए की लागत से 120 नई इलेक्ट्रिक बसों की खरीदी की जाएगी तथा अनुबंध की नीति के तहत पांच हजार अन्य इलेक्ट्रिक वाहनों का संचालन किया जाएगा।परिवहन निगम पहले से ही सौ इलेक्ट्रिक बसें खरीद चुका है।उन्होंने बताया कि ग्रीन रूट पर डीजल वाहनों का संचालन बंद करने से पहले उन मार्गों पर जितने यात्री चलते हैं,उनके लिए इलेक्ट्रिक वाहनों का प्रबंध किया जाएगा।अनुबंध के तहत इलेक्ट्रिक वाहनों के संचालन के लिए बेहतर रूट तथा बस स्टेशनों की व्यवस्था की जायेगी।श्री लू ने बताया कि इसके साथ ही इलेक्ट्रॉनिक टिकट मशीन उपलब्ध कराई जाएगी जिसका पर्यवेक्षण परिवहन निगम के अधिकारी करेंगे।इन सुविधाओं के लिए जो परिवहन निगम को ज्यादा शुल्क देगा,उसे रूट उपलब्ध कराया जाएगा।
प्रमुख सचिव के अनुसार प्रदेश में 13 हजार यात्री और 12 हजार स्कूल बसों में अलग अलग तरह की खामियां हैं जिनका ब्यौरा वाहन पोर्टल पर दर्ज है।इसका जिलावार विवरण निकालकर मुख्य सचिव की ओर से जिला प्रशासन और पुलिस विभाग को कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि इसके लिए पहले संवाद किया जाएगा और फिर कार्रवाई की जाएगी।उन्होंने कहा कि अपेक्षा रहेगी कि अवैध वाहनों को उनके स्वामी वैध की श्रेणी में लाएं अन्यथा स्क्रैप सेंटर में भिजवाने के लिए तैयार हो जाएं।अवैध वाहनों का संचालन किसी भी सूरत में सड़क पर नहीं होने दिया जाएगा।