भारत का पम्बन ब्रिज, जो तमिलनाडु के रामेश्वरम और पम्बन द्वीप को जोड़ता है. अब एक नए अवतार में सामने आ चुका है. नया पम्बन ब्रिज भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट रेलवे ब्रिज है.
ये ब्रिज न केवल अपनी टेक्नोलॉजी के लिए खास है, बल्कि ये समुद्र में जहाजों को रास्ता देने के लिए एक यूनिक सिस्टम इस्तेमाल करता है.
वर्टिकल ब्रिज समुद्र से गुजरने वाले 2,070 मीटर लंबे रेलवे ट्रैक पर बनाया गया है और इस वर्टिकल ब्रिज की लंबाई 72.5 मीटर है, जिसे 17 मीटर ऊपर तक उठाया जा सकता है. यहां हम आपको बताएंगे कि इस ब्रिज की टेक्नोलॉजी कैसे काम करती है और ये लंदन ब्रिज से कैसे मिलता-जुलता है.
वर्टिकल लिफ्ट रेलवे ब्रिज की टेक्नोलॉजी
पम्बन ब्रिज की नई टेक्नोलॉजी वर्टिकल लिफ्ट सिस्टम है. इस टेक्नोलॉजी में ब्रिज का एक हिस्सा ऊपर की ओर उठाया जाता है, जिससे समुद्र में से गुजरने वाले जहाजों के लिए रास्ता बनता है. जब पुल को इस सिचुएशन में उठाया जाता है, तो समुद्री यातायात को बिना रुकावट के गुजरने की सुविधा मिलती है. इसके बाद, पुल को फिर से नीचे लाकर ट्रेन के लिए खोला जाता है.
ये वर्टिकल लिफ्ट टेक्नोलॉजी भारतीय रेलवे के लिए एक नई शुरुआत है. ये सिस्टम बहुत ही एडवांस है. इसमें पुल के ऊपर वाले हिस्से को केवल ऊपर की ओर लिफ्ट किया जाता है.
इसके लिए पूरे स्ट्रक्चर को घुमाने की जरूरत नहीं होती है. इससे पुल तेजी से फ्लो में चल पाता है. जिसकी वजह से यात्रियों को कम टाइम में सेफ सफर करने का मौका मिलता है.