केरल के वायनाड जिले में भूस्खलन के कारण जानमाल का बड़ा नुकसान होने की आशंका है। मेप्पाडी के पास अलग-अलग पहाड़ी इलाकों में मंगलवार तड़के भूस्खलन के बाद पांच की मौत हो गई, जबकि सैकड़ों लोग फंस गए। केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) ने बताया कि प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए कई दलों को भेजा गया है। प्रभावित क्षेत्रों के स्थानीय लोगों का कहना है कि बड़ी संख्या में लोगों के फंसे होने की आशंका है। भारी वर्षा के कारण बचाव कार्य में बाधा आ रही है। जिला अधिकारियों ने बताया कि भूस्खलन प्रभावित परिवारों को अलग-अलग शिविरों या उनके रिश्तेदारों के घरों तक पहुंचाया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक, इसमें सैकड़ों लोगों के फंसे होने की आशंका है. केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) ने कहा है कि फायरफोर्स और एनडीआरएफ टीमों को प्रभावित क्षेत्र में तैनात किया गया है. साथ ही एनडीआरएफ की एक और टीम वायनाड पहुंच रही है. तेजी से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. इस बीच भूस्खलन में दो बच्चों समेत पांच लोगों की मौत हो गई है. इसकी पुष्टि जिला प्रशासन ने की है. केएसडीएमए के एक फेसबुक पोस्ट के अनुसार, कन्नूर रक्षा सुरक्षा कोर की दो टीमों को भी बचाव प्रयासों में सहायता के लिए वायनाड जाने का निर्देश दिया गया है. प्रभावित इलाकों के स्थानीय लोगों ने बताया कि कई लोगों के फंसे होने की आशंका है. भारी बारिश के कारण बचाव कार्य में बाधा आ रही है.
Horrible visuals of landslide coming in from Meppadi, Wayanad.#Wayanad #Landslide #Kerala pic.twitter.com/4DHZYV7Ciu
— West Coast Weatherman (@RainTracker) July 30, 2024
राज्य सरकार के मंत्री करेंगे बचाव गतिविधियों का नेतृत्व
वायनाड के स्थानीय अधिकारियों ने एक बच्चे की मौत होने की पुष्टि की है। वायनाड जिला अधिकारियों के अनुसार, थोंडेरनाद गांव में रहने वाले नेपाली परिवार के एक वर्षीय बच्चे समेत कुल पांच लोगों की मौत हो चुकी है। एक बच्चे की मौत चूरलमाला कस्बे में हुई है। भूस्खलन का दायरा देखते हुए मृतकों का आंकड़ा बढ़ने की आशंका है। मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी बयान के मुताबिक राज्य के मंत्री बचाव गतिविधियों का नेतृत्व करने के लिए वायनाड जिले में पहुंचेंगे।
भूस्खलन से फंसे लोगों जल्द से जल्द निकाला जाएगा- राहुल गांधी
वायनाड में मेप्पाडी के पास हुए भीषण भूस्खलन पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गहरा दुख जताया है. उन्होंने कहा है कि मेरी हार्दिक संवेदनाएं उन शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है. मुझे उम्मीद है कि जो लोग अभी भी फंसे हुए हैं उन्हें जल्द ही सुरक्षित निकाल लिया जाएगा. मैंने केरल के मुख्यमंत्री और वायनाड के जिला कलेक्टर से बात की है, जिन्होंने मुझे आश्वासन दिया है कि बचाव अभियान जारी है. मैंने उनसे सभी एजेंसियों के साथ समन्वय सुनिश्चित करने, एक नियंत्रण कक्ष स्थापित करने और राहत प्रयासों के लिए आवश्यक किसी भी सहायता के बारे में हमें सूचित करने का अनुरोध किया है. मैं केंद्रीय मंत्रियों से बात करूंगा और उनसे वायनाड को हर संभव सहायता प्रदान करने का अनुरोध करूंगा. मैं सभी यूडीएफ कार्यकर्ताओं से बचाव और राहत कार्यों में प्रशासन की सहायता करने का आग्रह करता हूं. केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा है कि वायनाड भूस्खलन के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष खोला और आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं के लिए दो हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं. वैथिरी, कलपट्टा, मेप्पाडी और मनंतवडी अस्पताल को अलर्ट रखा गया है, जहां हर तरह की तैयारी कर ली गई है. रात में ही सभी स्वास्थ्यकर्मी सेवा के लिए पहुंच गए थे. वायनाड में स्वास्थ्यकर्मियों की और टीमें तैनात की जाएंगी.
इन इलाकों में सबसे अधिक नुकसान, पीड़ितों को एयरलिफ्ट करने की योजना
जिले के अधिकारियों ने बताया कि मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांव भूस्खलन से प्रभावित हुए हैं। कई इलाकों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है। राज्य में यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) विधायक टी सिद्दीकी ने सोशल मीडिय पर जारी एक वीडियो संदेश में कहा, वायनाड जिला अधिकारी मुंडक्कई इलाके से लोगों को हवाई मार्ग से निकालने की योजना बना रहे हैं। फिलहाल, भूस्खलन में लापता और मृत लोगों के बारे में पूरी जानकारी नहीं है। एनडीआरएफ के जवान उन जगहों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं जिनका संपर्क कट गया है