समृद्धि न्यूज। पाकिस्तान से अमेरिका गए सांसद बिलावल भुट्टो को डेमोके्रट सांसद ब्रैड शेरमन ने आतंकवाद के मुद्दे पर खरी-खरी सुनाई। उन्होंने बिलावल को आइना दिखाने का काम किया। शेरमन ने बिलावल की अगुवाई वाले पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल से दो टूक कहा घृणित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद को खत्म कर पाकिस्तान को अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के हरसंभव उपाय करने चाहिए।
अमेरिका के एक वरिष्ठ सांसद ने बिलावल भुट्टो जरदारी के नेतृत्व में आए पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल से कहा है कि देश को आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद को खत्म करने के साथ-साथ धार्मिक अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास करना चाहिए। पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को यहां अमेरिकी संसद के सदस्य ब्रैड शेरमैन से मुलाकात की थी।
पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल का अमेरिकी राजधानी का दौरा लगभग उसी समय हुआ है, जब कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में भारतीय सांसदों का सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल वाशिंगटन डीसी में है। सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल प्रमुख वार्ताकारों को पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान से उत्पन्न आतंकवाद से लडऩे के भारत के दृढ़ संकल्प के बारे में जानकारी दे रहा है।
पाकिस्तान में 23 साल पहले हुई थी अमेरिकी पत्रकार की हत्या
शेरमैन ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि उन्होंने पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल को आतंकवाद से लडऩे के महत्व पर जोर दिया और विशेष रूप से जैश-ए-मोहम्मद समूह से, जिसने 2002 में डेनियल पर्ल की हत्या कर दी थी। बता दें कि जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने 2002 में अमेरिकी नागरिक व पत्रकार डेनियल पर्ल की कराची में हत्या कर दी थी। आतंकवादी उमर सईद शेख को 2002 में वॉल स्ट्रीट जर्नल के रिपोर्टर डेनियल पर्ल के अपहरण और हत्या की साजिश रचने का दोषी ठहराया गया था। शेरमैन ने कहा कि पर्ल का परिवार अब भी उनके जिले में रहता है और पाकिस्तान को इस समूह को खत्म करने और क्षेत्र में आतंकवाद से लडऩे के लिए हरसंभव प्रयास करना चाहिए। भुट्टो भी अमेरिका उसी समय पहुंचे जब थरूर के नेतृत्व वाला प्रतिनिधिमंडल पहुंचा।
भारत ने आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई का रास्ता चुना
बता दें कि भारत ने बीते 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद नौ पाकिस्तानी आतंकी ठिकानों के खिलाफ कार्रवाई कर इन्हें नेस्तनाबूद कर दिया था। भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत कार्रवाई की। जिसके खिलाफ पड़ोसी देश ने जमकर प्रोपेगेंडा किया। इसके जवाब में भारत ने 33 दलों में सर्वदलीय शिष्टमंडल भेजे। जिन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस नीती को पूरी दुनिया के सामने रखते हुए बेहद स्पष्टता के साथ कहा कि ऑपरेशन सिंदूर केवल आतंकवाद के खिलाफ की गई संतुलित सैन्य कार्रवाई है। हालांकि, इसके बावजूद पाकिस्तानी खेमे से बिलावल, शीर्ष सैन्य अधिकारी और फील्ड मार्शल आसिम मुनीर आए दिन भारत के खिलाफ जहर उगल रहे हैं।