- एडीओ ने 7 सफाई कर्मियों को अपने दफ्तर में बतौर बाबू लगाया
- सफाई कर्मियों से प्रति माह 6 हजार की होती है वसूली
हरदोई से संतोष तिवारी की रिपोर्ट
हरदोई, समृद्धि न्यूज़। ब्लाक शाहाबाद के अंतर्गत आने वाली लगभग सभी 71 ग्राम पंचायते गंदगी का बेमिसाल उदाहरण बन चुकी है।यहां गंदगी के पीछे एडीओ पंचायत को ही मास्टरमाइंड बताया जा रहा है।एडीओ पंचायत की मनमानी के चलते सभी ग्राम पंचायतों में गंदगी का साम्राज्य हो गया है। यहां पर किसी भी ग्राम पंचायत में दवा का छिड़काव नहीं किया गया और बिल बनाकर भुगतान करा लिया गया है। सफाई कर्मचारी उनके ही दफ्तर में बाबू की हैसियत से काम करते देखे जा सकते हैं। लोगों का मानना है कि यदि एडीओ पंचायत सफाई कर्मियों को ड्यूटी स्थल पर जाने के लिए प्रेरित करें तो गांव में साफ सफाई होती रहेगी और लोग बीमारियों से भी बचते रहेंगे। बताया जा रहा है कि एडीओ पंचायत प्रति सफाई कर्मचारी के हिसाब से 6 हजार लेकर उनको मनमानी करने की छूट दे रखी है। जैसा कि ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कई बार शिकायत की लेकिन पैसे की हनक में सब कुछ दब गया।भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष सत्यवीर सिंह डीएम को शिकायती पत्र देते हुए ग्राम पंचायत आगापुर के ग्राम सरदारनगर में सफाई न करने का आरोप लगाया है।आरोप है कि सफाई कर्मी नजमुल की और से मजदूर लगाकर महीने में सिर्फ 2 बार ही सफाई करवाई जाती है,और कूडा ऐसे ही छोडकर दिया जाता है।जिससे ग्राम वासियों को बदबू में जीना हराम हो गया है। नाली के ऊपर से गंदा पानी बहता हुआ गली कूचों में बहता रहता है। जिससे गाँव में बीमारी फैलने की अशंका बनी है। ग्रामवासियों ने सफाई कर्मी सहित जिम्मेदार अफसरों पर कार्यवाही की माँग की है।
