लखनऊ में एक होटल में मोहम्मद अरशद नाम के शख्स ने अपने पिता के साथ मिलकर मां और 4 बहनों की हत्या कर दी है. जब मोहम्मद अरशद इस खौफनाक वारदात को अंजाम दे रहा था उस वक्त उसने एक वीडियो भी बनाया है. वीडियो में शख्स ने बस्तीवालों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाये हैं. अरशद ने वीडियो में सीएम योगी से इंसाफ की गुहार लगाते हुए आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की अपील की है. शख्स ने वीडियो में कुछ लोगों के नाम भी गिनाए हैं. आगरा के रहने वाले अरशद और उसके पिता ने मिलकर अपनी मां, और चार बहनों की गला काटकर और नस काटकर हत्या कर दी. शख्स ने जब वीडियो रिकॉर्ड किया उस वक्त उसकी एक बहन मरने वाली थी. शख्स ने जो वीडियो शेयर किया है उसमें देखा जा सक ता है कि उसका पिता एक बहन का मुंह पकड़े हुए है जो कि मरने वाली है. वीडियो में शख्स ने कहा है कि उसके बस्ती में रहने वाले लोग बड़े भूमाफिया हैं और वह झूठे इल्जाम में अरशद और उसके पिता को जेल पहुंचाना चाहते हैं.
हिंदू धर्म अपनाना चाहता था परिवार
अरशद ने वीडियो में ये भी कहा कि वह हिंदू धर्म अपनाना चाहता था. यूपी पुलिस का नाम लेकर अरशद ने कहा है कि वह मुसलमानों के खिलाफ जो कार्रवाई कर रहे हैं वह सही कर रहे हैं. इसके बाद शख्स ने सीएम योगी का नाम लेकर कहा कि ‘सीएम योगी से गुजारिश है कि इस तरह के मुसलमानों को छोड़ना मत.’ शख्स ने यह भी कहा कि बस्ती वाले लड़कियों को सप्लाई करने का काम भी करते हैं. इसलिए मजबूरी में उसे ऐसा करना पड़ रहा है.
मंदिर को दान में दें जमीन
इस दिल दहला देने वाले मंजर की जो तस्वीरें सामने आई हैं उन्हें देखने के बाद सभी स्तब्ध रह गए हैं. अरशद ने अपनी आखिरी इच्छा भी इस वीडियो में जाहिर की है. अरशद ने कहा है कि वह चाहता है कि उसका जो घर है उस पर मंदिर बनना चाहिए और उसके घर के जो सामान हैं उन्हें किसी अनाथालय को दान में दे दिया जाए. ताकि, उसे और बहनों की रूह को सुकून मिल सके.
सीएम योगी से किया ये निवेदन
मेरा नाम अअसद है… आज बस्ती वालों की वजह से मजबूरी में हमने ये कदम उठाया। अपने हाथों से मां और बहन को मारा है। इसके जिम्मेदार बस्ती वाले हैं। हमारा घर इन लोगों ने छीनने के लिए न जाने कितने-कितने जुल्म किए। हमने आवाज उठाई तो हमारी किसी ने नहीं सुनी। 10-15 दिन हो गए, सर्दी में भटकते हुए। योगी जी से ये निवेदन है कि इन जैसे मुसलमानों को नहीं छोड़ें, पूरी बस्ती मौत की जिम्मेदार है। मौत के जिम्मेदार रानू उर्फ आफताब अहमद, अलीम खान, सलीम खान, ड्राइवर, अहमद, अजहर और उसके और रिश्तेदार हैं, जो लड़कियों को बेचते हैं। इन लोगों का प्लान था कि हम लोगों को जेल पहुंचाकर हमारी बहनों को बेचेंगे। हम ये नहीं चाहते थे।