समृद्धि न्यूज। स्कूल में पदस्थ एक भृत्य के तीन वर्ष का लंबित वेतन जारी करने के एवज में 20 हजार की रिश्वत की मांग की गई। इसकी शिकायत पर एसीबी की टीम ने सोमवार को शिक्षा विभाग में दबिश देते हुए बाबू को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में एंटी करप्शन ब्यूरो ने छापा मारकर एक बाबू को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी मोहम्मद फरीद फरूखी सहायक ग्रेड-2 के पद पर पदस्थ है। उसे 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार, खरसिया विकासखंड के हालाहुली हाईस्कूल में कार्यरत चपरासी कुशराम केवट का वेतन लंबे समय से रुका हुआ था। इस संबंध में उन्होंने छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय की शरण ली थी। कोर्ट ने उनके पक्ष में फैसला सुनाते हुए बकाया वेतन जारी करने का आदेश दिया था, जो लगभग दो लाख रुपये है। आरोप है कि जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के बाबू फारूखी ने वेतन जारी करने के एवज में 20 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। इसमें कुछ राशि पहले दी थी। वहीं शेष राशि की मांग की जा रही थी। इसको लेकर कुशूराम ने एसीबी में शिकायत की। एसीबी बिलासपुर की टीम सोमवार को पूरी प्लानिंग के साथ दबिश दी। दोपहर करीब 12 बजे कुशूराम 10 हजार रुपए लेकर उक्त बाबू के पास गया और जैसे ही उसको रुपए दिए एसीबी की टीम ने उसे पकड़ लिया। दोपहर करीब 2:30 बजे तक एसीबी की टीम शिक्षा विभाग में इस मामले को लेकर कार्रवाई करती रही। दोपहर बाद संबंधित बाबू को गिरफ्तार कर कोर्ट ले गई।