भोपाल गैस त्रासदी से जुड़ी यूनियन कार्बाइड फैक्टर के कचरे को लेकर पीथमपुर में जबरदस्त किच-किच चल रही है। ये कचरा पीथमपुर में नष्ट किया जाना है, लेकिन स्थानीय लोग इसका विरोध कर रहे हैं। पीथमपुर में हालत बहुत अधिक बिगड़ चुके हैं। दो लोगों ने आत्मदाह का प्रयास किया है। दोनों को गंभीर हालत में चोइथराम अस्पताल में भर्ती किया गया। पीथमपुर के हर गली मोहल्ले सड़क पर लोगों की भीड़ उतर आई है। मामले को लेकर पीथमपुर में सैलाना के विधायक कमलेश्वर डोडियार 24 घंटे के लिए अनशन पर बैठ गए हैं। डोडियार का कहना है कि 337 मैट्रिक टन जहरीले कचरे को यहां जलाने से लोगों को कैंसर होने का खतरा है। सरकार का रवैया ठीक नहीं है।
भोपाल में यूनियन कार्बाइड के जहरीले कचरे को निपटाने के लिए धार जिले के पीथमपुर को चुना गया है. इस पर विवाद शुरू हो गया. पीथमपुर के लोग और विभिन्न संगठनों ने धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया है. कई लोग सड़क पर उतर आए हैं. शुक्रवार को पीथमपुर में जमकर बवाल हुआ और दो लोगों ने आत्मदाह की कोशिश की. इस घटना का वीडियो सामने आया है जिसमें लोग पीथमपुर में कचरा जलाए जाने के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. इस बीच भीड़ में दो लोग अपने ऊपर पेट्रोल छिड़कर लेते हैं. घटना में राजू पटेल और राजकुमार रघुवंशी ने पेट्रोल डालकर आत्मदाह की कोशिश की. आग लगते ही अफरा-तफरा मच गई और लोगों ने किसी तरह आग बुझाई. दोनों की हालत गंभीर है. उन्हें इंदौर रेफर कर दिया गया है.
विरोध में पीथमपुर को किया गया बंद
यूनियन कार्बाइड कचरा जलाने का मामले में पीथमपुर सागोर पूरी तरह बंद है. पीथमपुर के सारे उद्योग बंद हैं. विरोध-प्रदर्शन कर रहे लोगों को हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया. उधर, आत्मदाह के प्रयास की घटना पर सीएम मोहन यादव का बयान आया है, ”हमारे यहां किसी क़ो क़ोई नुकसान ना हो. जो जगह सुप्रीम कोर्ट ने बताई वह मापदंड में पूर्ण है. वैज्ञानिक तरीके से कचरे का निष्पादन सरकार कर रही है. हम सुनियोजित तरीके से आगे बढ़ रहे हैं. कोई गलत कदम ना उठाए.’
337 टन जहरीला कचरा भोपाल से भेजा गया 250 किमी दूर
भोपाल गैस कांड के 40 साल बाद यूनियन कार्बाइड कारखाने का 337 टन जहरीला कचरा गुरुवार तड़के इंदौर के पास स्थित पीथमपुर की एक औद्योगिक अपशिष्ट निपटान इकाई में पहुंचा दिया गया. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में ग्रीन कॉरिडोर बनाकर जहरीले अपशिष्ट को 12 सीलबंद कंटेनर ट्रकों में भोपाल से 250 किलोमीटर दूर धार जिले के पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र की अपशिष्ट निपटान इकाई में भेजा गया. एक निजी कंपनी द्वारा संचालित इस यूनिट के आस-पास बड़ी तादाद में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.