समृद्धि न्यूज। सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने एक कार्यक्रम में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है और सेना को चौबीस घंटे तैयार रहना चाहिए। उन्होंने भविष्य के युद्धों को कन्वर्जेंस वॉरफेयर बताया। जिसमें पारंपरिक और तकनीकी युद्ध मिलते हैं। साथ ही उन्होंने हाइब्रिड वॉरियर की आवश्यकता बताई जो टेक, इंफो और स्कॉलर वॉरियर्स का मिश्रण हों।
ऑपरेशन सिंदूर जिसकी वजह से पाकिस्तान घुटनों पर आ गया था। उसको लेकर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर अभी जारी है। इसके कारण देश की सैन्य तैयारियों को हमें चौबीसों घंटे और 365 दिन तैयार रखना होगा। दिल्ली के सुब्रतो पार्क में आयोजित रक्षा संगोष्ठी में अपने संबोधन में उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में सेना को हर तकनीक से लैस होना होगा।जो वारियर की तरह हो, उन्होंने कहा कि सेना के लिए शस्त्र (युद्ध) और शास्त्र (ज्ञान) दोनों सीखना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आज का युद्ध केवल बंदूक और टैंक तक सीमित नहीं रह गया है। सीडीएस ने कहा कि युद्ध में कोई उपविजेता नहीं होता है और किसी भी सेना को लगातार सतर्क रहना चाहिए, हमेशा उच्च स्तर की परिचालन तैयारियां बनाए रखनी चाहिए। उन्होंने कहा, ऑपरेशन सिंदूर इसका एक उदाहरण है, जो अभी भी जारी है। हमारी तैयारी का स्तर बहुत ऊंचा होना चाहिए,जो चौबीसों घंटे और पूरे साल तैयार हो।
#WATCH | At an event in Delhi, Chief of Defence Staff General Anil Chauhan says, "The warrior today need to master all three levels of warfare – tactical, operational and strategic in all domains…." pic.twitter.com/dNwMvGlzMp
— ANI (@ANI) July 25, 2025
युद्ध के तीन स्तरों में दक्षता जरूरी
सीडीएस चौहान के मुताबिक, आज के योद्धा को सामरिक, परिचालन और रणनीतिक स्तरों पर एक साथ दक्ष होना होगा। उन्हें थल, जल, वायु के साथ-साथ साइबर और कॉग्निटिव वॉरफेयर जैसे नए युद्धक्षेत्रों में भी सक्षम होना पड़ेगा। यह एक ऐसा युग है जहां एक ड्रोन हमला, साइबर अटैक, नैरेटिव वॉर और अंतरिक्ष में बाधा एक-दूसरे से जुड़ सकते हैं।
कन्वर्जेंस वॉरफेयर का जिक्र
जनरल चौहान ने कन्वर्जेंस वॉरफेयर शब्द का प्रयोग करते हुए कहा कि आज काइनेटिक और नॉन-काइनेटिक (यानि पारंपरिक और डिजिटल) युद्ध एक-दूसरे में घुलमिल रहे हैं। पहली और दूसरी पीढ़ी के युद्ध आज तीसरी पीढ़ी के साइबर और एआई आधारित युद्ध के साथ सम्मिलित हो चुके हैं।
आधुनिक युग के अलग होंगे
जनरल चौहान ने कहा कि अब हमें अलग-अलग तरह के वॉरियर्स की जरूरत है, जिनमें टेक वॉरियर्स एआई और साइबर ताकत का इस्तेमाल कर पाएंगे। इंफो वॉरियर्स नैरेटिव को आकार देंगे और फर्जी खबरें जो फैलाई जाती हैं उनका मुकाबला करेंगे। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में सभी तरह के युद्धों के लिए तैयार होना होगा। यही आधुनिक युद्ध की नई परिभाषा है, यही कारण है कि आने वाले समय के युद्ध बहुत अलग होंगे।